दिल्ली। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि देश में कुपोषण की समस्या के निवारण के लिए वर्ष 2023 :24 के दौरान बड़े पैमाने पर फोर्टिफाइड राइस (पौष्टिक चावल) का वितरण किया जायेगा।
तोमर ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वर्ष 2021:22 में पहले चरण में 17 लाख 51 हजार टन पौष्टिक चावल का वितरण किया गया था। वर्ष 2022 में द्वितीय चरण में देश के 250 जिलों में 17 लाख टन इस चावल का वितरण किया गया। वर्ष 2023: 24 के दौरान इसे पूरे देश में लागू किया जायेगा।
फोर्टिफाइड राइस में प्रोटीन, विटामिन, जिंक और दूसरे सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाया जाता है। इसका लागत खर्च काफी कम है और इसके फायदे बहुत अधिक हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण अनाज मिले, इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय ने खुले में अनाजों के भंडारण पर रोक लगा दी गयी है। जहां कहीं भी भंडारण की सुविधा नहीं है, वहां किराये के भंडार गृहों में अनाजों का भंडारण किया जा रहा है। पुराने भंडार गृहों की मरम्मत की जा रही है। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर नये भंडार गृहों का निर्माण किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश में बड़े पैमाने पर स्टील साइलों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें वैज्ञानिक तरीके से अनाजों का भंडारण किया जा सकेगा और यहां तमाम आधुनिक सुविधायें होगी।
उन्होंने देंश में कृषि उत्पादन में भारी वृद्धि की चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 2021 के दौरान रिकार्ड चार लाख करोड़ रुपये के कृषि उत्पादों का निर्यात किया गया था। उन्होंने कहा कि देश में खाद्यान्नों का पर्याप्त भंडार है और मानवीय आधार पर अफगानिस्तान को 40 हजार टन गेहूं की सहायता दी गयी है।