शामली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में उमड़े जनसैलाब से अभिभूत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की मजबूती पर ही विपक्ष की मजबूती का आधार टिका हुआ है। उनकी पदयात्रा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस तरह का समर्थन मिला है। उससे उम्मीद बंधती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता बदलाव चाहती है।
कांधला के एलम से गुरूवार सुबह यात्रा शामली जिले में भ्रमण के लिये पहुंची। जनसैलाब के साथ श्री गांधी यात्रा लेकर सवा नौ बजे कैराना क्षेत्र के ऊंचागांव में पहुंचे। यात्रा के दौरान श्री गांधी ने कहा कि विपक्ष को संसद में बोलने नहीं दिया जाता है। इसलिए उन्होंने जनता के मुद्दों को उठाने के लिए जनता के बीच आने का फैसला लिया। उन्होंने नौजवानों की बेरोजगारी, आमजन की महंगाई, किसानों के गन्ना बकाया का भुगतान का ना होना, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में जान देने वाले किसानों की सरकार द्वारा सुध ना लिया जाने जैसे मुद्दे उठाए।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और कारोबारियों की कमर तोड़ दी है। अग्निवीर योजना के नाम पर युवाओं को ठगा गया है। श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस की मजबूती पर ही विपक्ष की मजबूती का आधार टिका हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी पदयात्रा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस तरह का समर्थन मिला है। उससे उम्मीद बंधती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता बदलाव चाहती है।
राहुल गांधी की पदयात्रा में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के सदस्य जयराम रमेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा “ हमें आरएसएस की विचारधारा से देश को बचाना है। महंगाई, बेरोजगारी बड़े मुद्दे हैं। सरकार अरब पतियों के तो करोड़ों रूपयों को माफ कर रही है लेकिन किसान के बारे में कुछ नहीं सोच रही है।”
प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुये उन्होने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा खतरा ठंड से नहीं बल्कि यहां की सड़कों पर जानलेवा गड्ढों से है। भारत जोड़ो यात्रा गलत विचारधारा के खिलाफ हैं।कांग्रेस ने पहली बार विचारधाराओं का भेदभाव पहचाना हैं। चुनावी राजनीति अलग हैं। देश की राजनीति के शीर्ष में आने के सवाल पर उन्होंने स्वीकार किया और कहा “ हमें सत्ता में आने के लिए पांच या दस साल लग सकते हैं।”
कांधला के एलम से गुरूवार सुबह यात्रा शामली जिले में भ्रमण के लिये पहुंची। जनसैलाब के साथ श्री गांधी यात्रा लेकर सवा नौ बजे कैराना क्षेत्र के ऊंचागांव में पहुंचे। यहां श्री गांधी विश्राम के लिए बनाए गए कैंपस में पहुंच गए। सुबह करीब 11 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयाराम रमेश की ओर से संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया।
पिछले तीन दिनो में गाजियाबाद,बागपत और शामली के बाद भारत जोड़ा यात्रा आज हरियाणा में प्रवेश कर गई। कुल मिलाकर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की गन्ना पट्टी में अपना असर छोड़ने में सफल रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिन इलाकों से राहुल गांधी की पदयात्रा गुजरी वह पूरा क्षेत्र जाट बहुल है और रालोद का दबदबा है। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं राकेश टिकैत और जयंत चौधरी और उनकी पार्टी रालोद के समर्थन ने राहुल गांधी की पदयात्रा को बहुत असरदार बना दिया। शामली में राहुल गांधी का कारवां करीब 24 घंटे रहा। शामली के एलम कस्बे में यात्रा ने प्रवेश किया था और कैराना के ऊंचा गांव होते हुए आज उनकी यात्रा हरियाणा की सीमा में प्रवेश कर गई। जो पानीपत होते हुए हरियाणा में आगे बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद संजीदगी दिखाई। सहारनपुर के डीआईजी सुधीर कुमार यात्रा के दौरान शामली में कैंप किए रहे और पदयात्रा की पल-पल की जानकारी लेते रहे। एसपी शामली ने कहा कि पूरी पदयात्रा के दौरान शांति और सद्भाव का माहौल बना रहा।
गाजियाबाद,बागपत और शामली जिले में यात्रा के दौरान उत्साह दिखायी पड़ा। बच्चे और महिलायें मोबाइल से यात्रा का वीडियो बना रहे थे। कांग्रेस के नेताओं का आरोप था कि यात्रा के दौरान प्रशासन ने सख्ती दिखाई। दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया। पूरी कोशिश की गई कि यात्रा में कम से कम लोग पहुंच सके । उसके बावजूद भी गांधी को सुनने के लिए और अपनी पीड़ा बताने के लिए अपार जनसैलाब उमड़ा। उन्हें भी राहुल गांधी मिलने से रोकने की कोशिश की गई ।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि यात्रा में नौजवान किसान के साथ-साथ तामम एनजीओ, लघु एवं मध्यम उद्योग करने वाले व्यापारी जिनका नोटबंदी और गलत जीएसटी की वजह से व्यापार समाप्त हो गया, भी मिले। बागपत और शामली में गन्ना किसानों ने अपनी पीड़ा बताई। सेना में शामिल होने के लिए सुबह सुबही दौड़ने वाले नौजवानों ने अग्निवीर योजना और बंद पेंशन की वजह से असुरक्षित भविष्य पर अपनी चिन्ता जाहिर की। नौजवान बेरोजगारी से और हर व्यक्ति महंगाई से परेशान दिखा । शामिल होने वाले यात्रियों के लिए ठहरने तथा खाने की उचित व्यवस्था की गई थी। जिन लोगों को यात्रा को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने की जो जो जिम्मेदारी दी गई थी, उन लोगों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई।