सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट अश्वनी उपाध्याय (PIL MAN) ने किया दून में सम्वाद
देहरादून। आज उत्तरांचल ला कालेज के आडीटोरियम में शाश्वत भारत एनजीओ की ओर से आयोजित सम्बाद श्रंखला-2 में भारत के पीआईएल मैन एडवोकेट अश्वनी उपाध्याय ने कहा कि भारत के घटिया कानूनों को तत्काल बदलने की आवश्यकता है। इन्हीँ घटिया कानूनों और 1861से चले आ रहे आईपीसी और सीआरपीसी तथा पुलिस एक्ट से हमारे देश का भला होने वाला नहीं है।
हमारी लचर कानून व्यवस्था और प्रभावहीन कानूनों के कारण ही भ्रष्टाचार और अपराध नहीं रुक पा रहे हैं। पीआईएल मैन ने कहा कि ये हम मध्यम वर्गीय लोंगों का और रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस एवं जजों का ही दायित्व हे कि हम इन सांसदों और विधायकों पर दबाव बनायें कि वे संसद और विधान सभा में ऐसे सख्त कानून बनाये और पुराने घटिया व लचर कानूनों में बदलाव करें। इस कार्य में मीडिया भी सार्थक भूमिका अदा कर सकता है। ये सांसद और विधायक हमारी कमाई के टैक्स से खासा वेतन और सुविधाएं लेते हैं तथा उनकी ड्यूटी है कि उच्च स्तरीय कानून आमेरिका के फेडरल पीनल कोड और दुबई आदि के सख्त कानूनों को अपनाएं या उसकी तर्ज पर कानून बनाए।
सोशल मीडिया सांसदों और विधायकों पर दबाव बनाने के लिए बहुत अच्छा माध्यम है। ऐसे कानून होने चाहिए जिनसे भ्रष्टाचारी और अपराधियों में दहशत हो। हमें उन देशों के उन अच्छे व प्रभावशाली कानूनों की तर्ज पर कानून बनाना चाहिए जो इस देश के लिए हित कर हों।
इस सम्वाद कार्यक्रम में मंचासीन उत्तरांचल यूनीवर्सिटी के कुलसचिव जितेन्द्र जोशी, डीन राजेश बहुगुणा, डा. कुलदीप दत्ता रहे तथा श्रोताओं में डा. गीता खन्ना, अभिमन्यु, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, अरुण सक्सेना, नरेन्द्र शर्मा सहित तमाम बुद्धजीवी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय की ओर से भोजन कराया गया।
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