देहरादून/जोशीमठ। जोशीमठ लगातार अपने अस्तित्व को खोने की कगार पर है और लोग अपनी बसी बसाई दुनिया को छोड़कर जाने पर मजबूर सोचने वाली बात तो यह है ऐसा एक रात में तो नहीं हुआ।
कई समय पहले से चेतावनी मिलने के बावजूद भी न उन्हें होश आया जिन्होंने 7 मंजिला इमारतें खड़ी कर दी और ना उन्हें जिन्होंने इस संवेदनशील जगह पर ऐतियात बरतना और जरूरत से अधिक निर्माण कार्य को देखना जरूरी समझा।
लेकिन आज हर अधिकारी हर विभाग को जोशीमठ के लोगों के लिए सहानुभूति जाग रही है, इतना ही नहीं बल्कि हर विभाग निरीक्षण के लिए लगातार जोशीमठ पहुंच रहा है।
इसी कड़ी में पिटकुल टीम के मुख्य अभियंता,अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता व अधिकारियों के साथ जोशीमठ पहुंचे और निरक्षण किया। जहां उनके द्वारा 66KV S/S जोशीमठ का निरीक्षण व भू धँसाने से पड़ने वाले प्रभाव का स्थलीय निरीक्षण एवं विश्लेषण किया।
पिटकुल के अधिकारी यहां विद्युत निर्माणाधीन परियोजनाओं टावरों लाइनों और उप केंद्रों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे हैं।