पेयजल माफियाओ के भ्रष्टाचार से खेत हो चुके पहले ही बंजर
देहरादून। सैंज अटाल पेयजल योजना का टेंडर अंत मे कल लगा ही दिया, पेयजल माफियों की ताकत तो देखिए कि टेंडर की पुलिंग कर अंतिम तिथि से पहले ही टेंडर को खुलवा दिया तथा तब तक इस टेंडर को पेयजल निगम ने कैंसिल किया जब तक चहेते ठेकेदार को टेंडर नही मिला।
ग्राम फेडीज़ वालों का कहना है कि उच्च अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों की उदासीनता और स्वार्थी नीतियों के कारण हमारा गांव हर योजना में भ्रष्टाचार का शिकार होता है, पानी के अभाव में हमारी दो क्यारियां बंजर हो चुकी है मात्र खड़ में पीने लायक पानी था वह भी पेयजल निगम की मेहरबानी से सैंज अटाल की इस पेयजल योजना के बाद अब नही बचेगा।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि निगम के ये सांठगांठ वाले ठेकेदार इतने शक्तिशाली है और विभाग में दबदब रखते है और हमारे गांव का शोषण करते आ रहे है।
ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से जिलाधिकारी से मांग की है कि वह इस भ्रष्टाचार का स्वत संज्ञान ले। उधर फेडीज़ कपसाड वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ पूजा गौड़ का कहना है कि पेयजल माफियाओ के इस भ्रष्टाचार से पूरा क्षेत्र त्रस्त है। पेयजल निगम के उच्च अधिकारी ना जाने क्यों और कैसे गुप चुप तरीके से टेंडर करते हैं जिससे यह लगता है कि टेंडर क्षेत्र के विकास के लिए नही बल्कि व्यक्ति विशेष को लाभ पहुँचाने के लिए कििते जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पेयजल निगम की इस क्षेत्र की सभी पेयजल योजनाओं का यही हाल है जिसका लोगों की जरूरतों से कोई सरोकार नही है। सिर्फ टेंडर इसलिए किते जाते है ताकि टैक्सपेयर्स के पैसों को मिल बांट के खाया जा सके।
डॉ पूजा गौड़ ने अपील की है कि सीएम धामी के द्वारा खिलाई गती शपथ को उच्च अधिकारी धूल धूसरित न करें और कर्तव्य निष्ठा व संवैधानिक शपथ का ख्याल रखकर इस प्रकार के भरष्टाचार को रोके तथा माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करें।