देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया में पुलिस प्रशासन के खिलाफ वकीलों का विरोध सोमवार को पांचवे दिन भी जारी रहा। न्यायिक कार्य से वकीलों के विरत होने के कारण वादकारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, दीवानी कचहरी परिसर में एक फरवरी को दीवानी कचहरी के एक न्यायालय में साक्षी के तौर पर आये लार थाना प्रभारी नवीन चौधरी से कुछ वकीलों का विवाद हो गया था। लार क्षेत्र के ग्राम नदौली निवासी प्रियान्शू पति त्रिपाठी दीवानी कचहरी मे वकालत करते हैं। उनका जमीन का विवाद किसी से चलता है। आरोप है कि लार थाने से मामले के निस्तारण में वकील प्रियान्शू को सन्तुष्टि नहीं मिलने पर उक्त वकील और थानेदार कचहरी परिसर में गरमा-गरम बहस करने हुए वाद विवाद करने लगे थे।
वाद विवाद के दौरान वकीलों की संख्या को देखते हुए थानेदार नवीन चौधरी और उनके हमराही अपनी सरकारी गाड़ी कचहरी परिसर में छोड़कर निकल गये! मामले की जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा पुलिस फोर्स के साथ आकर सरकारी वाहन को कचहरी परिसर से निकलवा कर ले गये थे!
सोमवार को कचहरी खुलते ही वकीलों की एक आमसभा संघ भवन में डिस्ट्रिक्ट बार एशोसिएशन के अध्यक्ष अशोक दीक्षित की अध्यक्षता में हुई। वकीलों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह से मिलकर मामले की जानकारी दी है। हड़ताल से वादकारियों को बिना मुकदमों की सुनवाई हुए वापस जाना पड़ा है।