देहरादून। उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा राज्य भर में वृहद जनजागरूकता अभियान चलाने के साथ ही वाहिनी मुख्यालय में नागरिक पुलिस, पुलिस आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) और आईआरबी के जवानों का 15 दिवसीय बेसिक आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण गुरुवार को सम्पन्न हुआ।
एसडीआरएफ प्रवक्ता ललिता नेगी ने बताया कि इन 19 प्रशिक्षुओं को इस 15 दिवसीय बेसिक डिजास्टर मैनेजमेंट प्रशिक्षण में आपदा प्रबंधन की आधारभूत जानकारी के साथ आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य करने का अभ्यास भी कराया। उन्होंने बताया कि आधारभूत जानकारी में प्रशिक्षुओं को मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर (एमएफआर), कॉलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएसआर), रोप रेस्क्यू इत्यादि का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया हालांकि एसडीआरएफ का व्यवस्थापन सम्पूर्ण राज्य में है, परन्तु अनेक स्थानों पर स्थानीय लोगों के उपरांत सिविल पुलिस ही सबसे पहले पहुँचती है। इस दशा में यदि सिविल पुलिस के जवान प्रशिक्षणशुदा होते है तो आपदा अथवा दुर्घटना के प्रथम कुछ मिनटों जिन्हें ‘गोल्डन ऑवर’ भी कहा जाता है। इसी उद्देश्य से एसडीआरएफ द्वारा नियमित रूप से पुलिस की ही अन्य इकाईयों से आये हुए प्रशिक्षुओं को आपदा प्रबंधन के कोर्स कराये जाते है।
आज प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में असिस्टेंट कमांडेंट, एसडीआरएफ दीपक सिंह द्वारा प्रशिक्षुओं को कोर्स सम्पन्न होने पर बधाई देने के साथ भविष्य में पूर्ण मनोयोग से कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। प्रशिक्षण टीम में इंस्पेक्टर प्रमोद रावत, हेड कांस्टेबल दिगपाल लाल, राकेश राणा, दीपक कुमार और कांस्टेबल नवीन कुमार, सुरेश मलासी, यशवंत सिंह, दिनेश नोड़ियाल और कांस्टेबल मनीष उनियाल मौजूद रहे।