…जब चांदी के चम्मच के बलबूते होंगी नियुक्तियां और ट्रांसफर, तब..?
देहरादून। मानो या न मानो यह कोई टंकण त्रुटि ही नहीं है बल्कि यह नमूना है मैच्योरिटी और सही चयन का। जब नियुक्ति और चयन प्रक्रिया में चांदी का कप और चम्मच चाय, चूरन और चटनी के साथ होगा तो ऐसे ही कमाल देखने को मिलेंगे।
ज्ञात हो कि ऊर्जा विभाग के यूपीसीएल के मानव संसाधन विभाग के द्वारा जिसके निर्देश पर इन दो अधिशासी अभियन्ता़ओं के वेमौसमी इधर से उधर किया गया है, क्या ये सचिव (ऊर्जा) के निर्देश पर हुए अथवा एमडी के आदेश पर। अब यह स्तर रह गया या फिर एमडी की सूरत ही नहीं रह गयी।
आराअब इस कार्यालय ज्ञाप से. 443 दिनांक 9-2-2023 में ही देखिए कैसे महाप्रबंधक ने सचिव (ऊर्जा) को कहां लिखा दिया!
उल्लेखनीय तो यहां यह भी है इन तीनों ऊर्जा निगमों के मठाधीशों ने ट्रांसफर इंडस्ट्री व नियुक्ति को अपनी कमाई का साधन मात्र बना कर गुडबुक (प्यादे) में रहने को मजबूरी क़ो बपौती बना रखा है।