देहरादून । उत्तराखंड में हाल के कुछ दिनों के दौरान हुए बेरोजगार युवाओं के आंदोलन की वजह से प्रदेश में इस वक्त माहौल बेहद गर्म नजर आ रहा है।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बेरोजगारों के एक प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद अब यह खबरें निकल कर सामने आ रही हैं कि युवाओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद युवाओं के आंदोलन को शांत कर दिया गया है। वहीं इस बात पर बेरोजगार युवाओं में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है युवाओं का कहना है कि उनकी तरफ से कोई भी प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात करने नहीं पहुंचा जबकि आंदोलन को शांत करने की बात पूरी तरह से भ्रामक है और एक साजिश के तहत यह अफवाह फैलाई जा रही है।
उत्तराखंड के बेरोजगार युवा लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में बेरोजगारों की ओर से पुलिस प्रशासन पर पथराव किया गया था जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज किया था। लाठीचार्ज करने के बाद कुछ युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया जो आज भी पुलिस कस्टडी में है वही उनकी रिहाई की मांग को लेकर व केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच की मांग को लेकर युवा छात्र छात्राएं आज भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
बेरोजगार युवकों की मांग है कि उनके नेता बॉबी पवार व प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को रिहा किया जाए। इसके साथ ही जो भर्ती 12 तारीख को होनी है उसको निरस्त किया जाए और भर्तियों में हुए घोटालों की सीबीआई जांच की जाए।