रिषीकेश (देहरादून)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत डोईवाला ब्लाक की लगभग 36 आशा कार्यकत्रियों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम चरण में ज्ञानोवर्धन कर अपग्रेड किया गया। उन्हें नयी तकनीक व उपचार और सुरक्षा के पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गयी।
उक्त जानकारी देते हुए डिस्टिक कोऑर्डिनेटर एवं ट्रेनिंग कार्यक्रम के प्रशिक्षक दिनेश चंद्र पांडे ने बताया कि इस कार्यक्रम में हाई रिस्की गर्भवती के बारे में जानकारी, आशाओं के छठ एवं सातवें मॉड्यूल पर प्रशिक्षण, आशाओं को घर पर नवजात शिशु एवं प्रसूता की देखभाल एवं पोषण एनीमिया स्तनपान, लिंगानुपात परिवार नियोजन एवं माहवारी स्वच्छता पर क्या करना है और कैसे उन्हें सुरक्षित रखा जाये ताकि किसी प्रकार का संक्रमण न हो। इस कार्यक्रम की दूसरी प्रशिक्षक श्रीमती अनीता ल्यूक, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर डोईवाला ने भी ज्ञानवर्धन किया।

उक्त प्रशिक्षण गुमानीवाला बरात घर के चित्रशाला में दिया गया। कार्यक्रम में आशा फैसिलिटेटर कमलेश गर्ग, आशा ललितेश विश्वकर्मा, अनीता , बिना भट्ट, मंजू नेगी, कुसुम शर्मा , मीरा सुमन रावत ,मिथिलेश गर्ग , मीनाक्षी उनियाल , मंजू ठाकुर, सुमित्रा, विमला मंगाई सैला कोटनाला, शकुंतला, सुरेश कंडारी, मुन्नी मेहर, पिंकी चौहान, निर्मला , बबली पाल, मनीषा शर्मा , अंबेसरी सैला गुसाई, सरस्वती , रेखा धीमान, पूनम, सीमा कंडवाल , अनीता चमोली आदि सम्मिलित रहीं। सभी प्रशिक्षणार्थियों की ओर से ललितेश विश्वकर्मा ने आभार व्यक्त करते हुते कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग कार्यक्रम लाभप्रद तथा उपयोगी हैं। हम आशायें सही तरह से देखभाल करने व अपनी ड्यूटी निभाने में अपने को परिपक्व पाते हैं।