देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून में चार दिन पहले एक पॉश कॉलोनी में स्कूल संचालक के यहां परिजनों को बंधक बनाकर, हथियारॉ की नोंक पर हुई लूट का शुक्रवार को खुलासा हो गया। इस घटना में शामिल सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्तों में एक दिल्ली से और चार उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।
उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (डीआईजी/एसएसपी) दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि बीते 11 अप्रैल को संदीप अग्रवाल, निवासी 107, नेहरू कॉलोनी ने फोन पर सूचना दी कि उनके यहां दोपहर करीब 12ः00 बजे चार अज्ञात बदमाशों द्वारा चाकू व तमंचे की नोंक पर उनके घर में घुसकर उनकी माता सुनीता अग्रवाल, पिता विनोद अग्रवाल व बहन रश्मि अग्रवाल को डरा धमका कर, बंधक बनाते हुए उनसे सोने के जेवरात व नकदी लूट कर ले गए हैं। उन्होंने बताया कि दिनदहाडे हुई घटना की गम्भीरता देखते हुए पुलिस अधीक्षक, अपराध, सर्वेश पंवार व पुलिस अधीक्षक, नगर, सरिता डोभाल के नेतृत्व में कुल 08 अलग-अलग टीमें गठित की गयी।

श्री कुंवर ने बताया कि गठित पुलिस टीम को जांच में पता चला कि एक एक्टिवा व एक अपाचे मोटर साइकिल में सवार चार लोग वादी के घर के अंदर घुसे। उनके द्वारा शातिराना अंदाज में गाड़ियां दूर खड़ी कर घटना को अंजाम दिया गया। इसके अतिरिक्त, एक अभियुक्त निगरानी हेतु घर के पास ही रुक गया। उन्होंने बताया कि लूट करने के मात्र 10 मिनट के पश्चात, सभी अभियुक्त मोटर साइकिल तथा एक्टिवा में फरार हो गए। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन से पुलिस को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के फोटोग्राफ प्राप्त हुए, जिनकी तलाश में पुलिस टीम द्वारा जनपद हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, दिल्ली इत्यादि स्थानों पर अपने गोपनीय सूत्रों से जानकारी की गई। इसमें उक्त घटना में मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) के ग्राम पचेन्डाकला के बदमाशों के शामिल होने के गहन साक्ष्य मिले। जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर 13 अप्रेल को घटना में सलिप्त 05 अभियुक्तों में से 04 अभियुक्तों विपिन, सचिन, विकास व अंकित को ग्रा0 पचेन्डाकला, मुजफ्फरनगर तथा एक अन्य अभियुक्त विकास जयसवाल को आईडीपीएल ऋषिकेश से गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से लूट का समस्त सामान बरामद किया गया