प्रयागराज। माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद के तीसरे नंबर के बेटे असद की झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ गुरूवार को हुई मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उसको सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी पुश्तैनी कब्रिस्तान कसारी मसारी में की गई है।
अतीक के पांच बेटों में असद तीसरे नंबर पर था। इसके दो बेटे मोहम्मद उमर और अली मोहम्मद लखनऊ और नैनी जेल में बंद हैं। दोनो नाबालिग बेटे एहजम और आबान धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर स्थित बाल सुधार गृह में हैं।
असद का कब्र खोदने वाले जानू खां ने बताया कि सुबह से तैयारी की जा रही है। यह कब्र आठ फिट गहरी और साढ़े छह फिट लम्बी है। उन्होंने बताया कसारी मसारी में यह अतीक अहमद की पुश्तैनी कब्रिस्तान है। यहीं पर उनके पिता हाजी फिरोज और मां को भी सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। असद को उसकी दादी के बगल में सुपुर्द-ए-खाक के लिए कब्र खोदी गयी है।
अतीक अहमद के अधिवक्ता विजय मिश्र ने बताया कि झांसी से असद का शव लाने के लिए फूफा, नानू और वकील राज गए हैं। उन्होंने बताया कि अदालत से अतीक अहमद और भाई अशरफ को सुपुर्द-ए-खाक में शामिल होने के लिए इजाजत नहीं मिली जिस कारण अंतिम क्षणो में भी बेटे का मुंह नहीं देख सकेंगे।