आशा स्वास्थ्य कार्यकत्रीयों ने ज्वलंत समस्यों के निराकरण हेतू मुख्यमंत्री धामी को लिखा पत्र – Polkhol

आशा स्वास्थ्य कार्यकत्रीयों ने ज्वलंत समस्यों के निराकरण हेतू मुख्यमंत्री धामी को लिखा पत्र

देहरादून। भारतीय मजदूर संघ से सम्बन्ध आशा स्वास्थ्य कार्यत्रीयों का संगठन उत्तराखण्ड में कार्यरत हैं। सरकार के नेशनल हेल्थ मिशन भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय के अधीन उत्तराखण्ड प्रान्त” में लगभग 13 हजार आशा कार्यारत है। वर्तमान समय में इन्हें लगभग 15 से 20 वर्षों से प्रोत्साहन राशि मिलती हैं, वो भी काफी विलम्भ के साथ भुगतान किया जाता है। ऐसी स्थिति में अपने परिवार का जीवन व्यापन करने में कठनाईयों का सामना करना पड़ता है।संगठन का कहना है कि प्रोत्साहन राशि के बदले इन्हें उत्तराखण्ड प्रान्त में मानदेय निर्धारित किया जाये ।

 

क्या है मांगे ? 

1. समस्त उत्तराखण्ड प्रान्त में आशा कार्यकत्रीयों को न्यूनतम रूपये 18,000 रू० मानदेय प्रतिमाह निर्धारित कर भुगतान किया जाये। उपरोक्त भुगतान के प्रभावी होने तक वर्तमान प्रोत्साहन राशि का 2 गुण करके भुगतान सुनिश्चित भुगतान किया जाये।

2. आशा कार्यकत्रीयों को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाये।

3. आशा कार्यकत्रीयों का उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा मु0 5,00,000 रू० का निशुल्क बीमा किया जाए।

4. असंगठित सामाजिक कार्यारत कामगारों हेतू लागू प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानध लाभार्थी प्रवेश आयु 18 वर्ष से 40 वर्ष ही निर्धारित की गई हैं, संगठन का कहना है कि प्रवेश आयु को 40 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष तक किया जाये। आयु का कोई बंधन न हो आयु का बंधन हटाया जाये, जिससे सभी को लाभ प्राप्त हो सकें ।

5. उत्तराखण्ड प्रदेश में कार्यरत आशा कार्यत्रियों के वेज बॉर्ड का संख्या बल को ध्यान में रखते हुए वेज बॉर्ड का गठन भी किया जाये।

6. उत्तराखण्ड प्रान्त में कार्यरत आशा कार्यकत्रीयों को किये गये सभी कार्यों का भुगतान प्रमिमाह किया जाये।

7. उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा वर्ष 2016 अगस्त में स्वास्थ्य कार्ड आशा कार्यकत्रीयों द्वारा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड प्रान्त में बनाये गये थे। जिसका धनराशि का भुगतान नहीं किया गया।

8. रिटायरमेन्ट बेनिफिट के रूप में एकमुश्त 5,00,000 रू0 का भुगतान किया जाये ।

9. अनुभवी आशा कार्यकत्रीयों हेतु टीकाकरण प्रशिक्षिण की व्यवस्था ब्लॉक स्तर जिला स्तर पर किया जाये।

10. उम्र का बंधन हटाते हुए शैक्षिण योग्यताधारी हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट व ग्रेजुशन आशा कार्यकत्रीयों को ए०एन०एम० का प्रशिक्षिण प्रदान कर पदोन्नत किया जाये।

11. आशा कार्यकत्रीयों को 1 वर्ष में 2 बार गणवेश पोषाक, सूज आदि का लगभग 3,000 रू० भत्ते के रूप में भुगतान किया जाये।

12. उत्तराखण्ड की समस्त आशा कार्यकत्रीयों के कार्य निर्वहन क्षेत्र में आने-जाने हेतू एक्टीवा का ऋण स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुविधा प्रदान किया जाये।

13. उत्तराखण्ड में आशा कार्यकत्रीयों को वाहन प्रतिपूर्ति भत्ता सुविधा प्रदान किया जाये।

14. आशा कार्यत्रीयों की मृत्यु के उपरान्त उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा के तहत आशाओं को कवर करने के प्रास्ताव को लागू कर उन्हें एक मुश्त धनराशि निर्गत की जाये।

15. समस्त उत्तराखण्ड प्रान्त में जब तक कोविड- 19 वैश्विक प्रकोप बिमारी के उत्पन्न रहने पर आशा कार्यकत्रीयों को सुगम क्षेत्र एंव दुर्गम क्षेत्रों में 5,000 रू० का विशेष पैकेज निर्धारित कर लागू किया जाये। चूंकि विषम परिस्थितियों में अपने-अपने क्षेत्रों में निष्ठापूर्व का सेवा कर रही हूं।

16. उत्तराखण्ड राज्य में प्रत्येक वर्ष डेंगू का सर्वे कार्य आशा कार्यकत्रीयों द्वारा किया जाता हैं उसका शेष 2,000 रू० निर्धारित कर भुगतान किया जाये।

17. आशा कार्यकत्रीयों एवं कार्य के दौरान दुर्घटना होने पर मु0 5,00,000 रू0 का भुगतान व मृत्यु होने पर मु0 10,00,00 रू0 की राशि का भुगतान बतौर मुआवाजा के रूप में किया जाये।

18. आशा कार्यकत्रीयों हेतू जिला स्तर व ब्लॉक स्तर व सामुदायिक केन्द्रो में आशा घर का निर्माण किया जाये।

19. आशा कार्यकत्रीयों के अश्रित परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य विभाग और राजकीय सरकारी हॉस्पिटलों में मानवता के आधार पर निशुल्क उपचार किया जाये।

20. समस्त उत्तराखण्ड की आशा कार्यकत्रीयों की कार्य को ध्यान में रखते हुए जी डाटा प्राप्त होता है।वह अत्याधिक कम है कार्य अधिक है इसे बढ़ाकर तीन माह किया जाये?।

21. पोलियों का कार्य का भुगतान काफी समय से बढोहत्तरी नहीं की गई हैं। उसे 5 गुणा बढ़ाया जाये ।

साथ उन्होंने सरकार के अनुरोध किया है की तत्काल प्रभाव से उपरोक्त समस्त समस्यओं का निराकरण हेतू राज्य सरकार सम्बन्धित एवं एन०एच०एम० विभाग स्तर पर आशा कार्यकत्री संगठन की एक बैठक आहूत करें। जिसे राज्य स्तर पर आशा – आशा फैसिलेटेट की ज्वलंत समस्याओं पर निरकाकरण उपरान्त लाभ मिल सके।

तो वहीं आपको बता दे की आज की इस रैली में आशा कार्यकत्रियों के साथ साथ आशा फैसिलिटेटर के साथ यह संयुक्त रैली थी। इसका समापन जिलाधिकारी को दोनों संगठनों के ज्ञापन के पश्चात हुआ।
रैली दीनदयाल उपाध्याय पार्क से चल रही कलेक्ट्रेट पहुंची।
आशा कार्यकत्रियों का नेतृत्व बीएमएस से सम्बद्ध आशा कार्यकत्रि संगठन की प्रांतीय महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा ने तथा आशा फैसिलिटेटर का नेतृत्व प्रांतीय महामंत्री रेनू नेगी ने किया।

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