रूद्रपुर/नैनीताल। उत्तराखंड की ऊधमसिंह नगर पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले उप्र के एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ ही 22 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट भी बरामद किये हैं।
ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) टीएस मंजूनाथ ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जनपद में नकली नोट के प्रचलन की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद काशीपुर के अपर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह व एसओजी प्रभारी विजेन्द्र साह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया।
कड़ी मशक्कत के बाद टीम को आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को नकली नोट के साथ गिरफ्तार करने की योजना बनायी। पुलिस टीम ने आरोपियों पर लगातार नजर रखनी शुरू कर दी। साथ ही सूचना तंत्र को भी सक्रिय कर दिया।
पुलिस को सूचना मिली कि गिरोह के दो सदस्य राजेन्द्र सिंह उर्फ राजू निवासी बैराज कालोनी, शक्तिनगर मोहल्ला, जिला बिजनौर व बूटा सिंह निवासी भोगपुर, पो0 बुढापुर, नगीना नकली नोट की बड़ी खेप के साथ काशीपुर आने वाले हैं।
काशीपुर पुलिस ने अपना जाल बिछा दिया। दोनों आरोपी जैसे ही काशीपुर के पास पुराना ढेला पुल पर पहंुचे। पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 22 लाख रुपये से अधिक की नकली करेंसी भी बरामद हुई।
पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी नगीना बुढ़ापुर में एक जनसेवा केन्द्र से नकली नोट बनाने का धंधा करते हैं। वह लंबे समय से इस धंधे में लगे हैं और भीड़भाड़ वाले इलाके में नकली करेंसी चलाते रहे हैं। उप्र के मुरादाबाद, रामपुर एवं बिजनौर जनपद में वह नकली नोट को खपा चुके हैं। आरोपी उप्र से सटे ऊधमसिंह नगर जनपद में भी अपना जाल बिछाना चाहते थे और उसी के मद्देनजर बड़ी खेप लेकर आये थे।
पुलिस टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर उप्र नगीना के एक जनसेवा केन्द्र से जाली नोट बनाने की मशीन व अन्य सामान भी बरामद किया है। उप्र पुलिस को भी जानकारी दे दी गयी। पुलिस टीम की ओर से अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीम को 2500 रुपये का पुरस्कार दिया गया है।