श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के तट पर स्थित शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन परिसर (एसकेआईसीसी) में अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक सोमवार से शुरू होने जा रही है।
एसकेआईसीसी को जी-20 प्रतिनिधियों के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है, जहां कुछ ही देर में तीन दिवसीय बैठक शुरू होने वाली है।
जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कहा कि तीन दिवसीय बैठक में पिछली दो बैठकों की तुलना में विदेशी प्रतिनिधियों की सबसे ज्यादा भागीदारी होगी। जी-20 के सभी सदस्य देश ने केवल बैठक में हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि बैठक में कम से कम 60 विदेशी प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में 2019 के बाद यह पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक होने वाली है, जब उसके राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया और इसे एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया।
बैठक में व्यवधान डालने की किसी भी आतंकवादी योजना को विफल करने के लिए श्रीनगर शहर में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम स्थल को सैनिटाइज किया गया है और विशिष्ट बल सभी स्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। सीसीटीवी और एंटी ड्रोन सिस्टम पूरे शहर में हवाई निगरानी कर रहे हैं। यातायात विभाग ने निर्देश जारी किया है और एसकेआईसीसी की ओर जाने वाली सड़क पर तीन दिनों के लिए यातायात का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है।
उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल होंगे, उनसे प्रतिनिधिमंडल के सदस्य आपस में चर्चा एवं विचार-विमर्श करने के अलावा, डल झील के किनारे स्थित मुगल गार्डन का दौरा करेंगे और वहां पर उत्पादकों के साथ बातचीत करेंगे।
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कथित रूप से सुरक्षा एवं लॉजिस्टिक कारणों से गुलमर्ग के पर्यटक रिसॉर्ट में प्रतिनिधियों का दौरा रद्द कर दिया है। वह श्रीनगर में सरकारी कला एम्पोरियम का भी दौरा करेंगे और कारीगरों के साथ बातचीत करेंगे और कालीन, शॉल, पेपर माची, सोजनी सहित विभिन्न रूपांकनों, तकनीकों एवं शिल्पों का लाइव प्रदर्शन देखेंगे। वह इन अद्वितीय कलाकृतियों को बनाने में लगने वाली मेहनत और कौशल को प्रत्यक्ष रूप से देखेंगे।
प्रतिनिधि पोलो व्यू बाजार का भी दौरा करेंगे और श्रीनगर में स्थानीय व्यापारियों के साथ बातचीत करेंगे। स्थानीय व्यापारिक समुदाय के साथ बातचीत करने से उन्हें कश्मीर कला, शिल्प और स्मृति चिन्ह के संदर्भ में जानने का अवसर प्राप्त होगा। टीआरसी स्टेडियम में प्रतिनिधि खिलाड़ियों के साथ बातचीत करेंगे और योग, वुशु, महिला रग्बी मैच, पुरुष फुटबॉल प्रदर्शनी मैच, खेल आइकन और पदक विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। प्रतिनिधि डल झील के शांत पानी का अनुभव प्राप्त करने के लिए शिकारा की भी सवारी करेंगे और बेहतरीन रूप से सजाए गए शिकारा में बैठे हुए वे शिकारा के मालिकों के साथ बातचीत भी करेंगे।
यात्रा के दौरान अन्य कार्यक्रमों में कश्मीर हाट का दौरा करना भी शामिल है, जो कारीगरों सहित हस्तशिल्प से जुड़े लोगों के लिए एक व्यापार मंच है और वास्तविक कश्मीर कला और शिल्प की तलाश करने वाले पर्यटकों के लिए एक स्टॉप जगह है जहां वह एसपीएस संग्रहालय लालमंडी में पुरातत्व, मुद्रा विज्ञान, सजावटी कला जैसे विभिन्न विषयों को कवर करने वाली लगभग 79,595 कलाकृतियों और वस्तुओं को देख सकते हैं और संग्रहालय में हथियार और शस्त्रागार, पेंटिंग, वस्त्र आदि रखे गए हैं।
एसकेआईसीसी के पिछले लॉन में एक शिल्प बाजार स्थापित किया गया है जिसमें जम्मू कश्मीर की कला और शिल्प को प्रदर्शित करने वाले स्टॉल हैं। विभिन्न शिल्पों के विशेषज्ञ कारीगरों द्वारा लाइव प्रदर्शन किया जाएगा – पश्मीना, सोजनी, अखरोट, तांबा, विलो और बसोली पेंटिंग आदि। इसमें दुनिया में बदलाव लाने में रचनात्मकता एवं दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों के साथ बातचीत सहित प्रधानमंत्री के मन की बात में शामिल प्रमुख लोग तारिक अहमद पतलू, कोविड फ्लोटिंग एम्बुलेंस, लोटस स्टेम एफपीओ और मंजूर अहमद, पेंसिल स्लेट निर्माता भी शामिल हैं।