दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुये रविवार को कहा कि इसने दोनों देशों के बीच साझा लक्ष्यों के विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक भागीदारी को फिर से परिभाषित किया है।नयी दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा, “इस यात्रा के दौरान रक्षा उत्पादन, प्रौद्योगिकी और रोजगार के विषय पर कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।” वित्त मंत्री ने कहा, “एफ414 विमान इंजन के संयुक्त उत्पादन के लिए एचएएल और जीई के बीच समझौता श्री मोदी की अमेरिका यात्रा की प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।”
उन्होंने कहा, “सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम के विकास में एक महत्वपूर्ण और सार्थक मील के पत्थर के रूप में, माइक्रोन गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर और परीक्षण संयंत्र स्थापित करेगा, जिसमें कुल 2.75 अरब डॉलर का निवेश होगा।अगले कुछ वर्षों में लगभग 5,000 नई प्रत्यक्ष नौकरियां और लगभग 15,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।”
अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में प्रधानमंत्री के संबोधन जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को कांग्रेस को संबोधित करने का मौका मिला है और प्रधानमंत्री को अमेरिका की दोनों पार्टियों ने आमंत्रित किया था।उन्होंने कहा, “दूसरी बार किसी प्रधानमंत्री को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए बुलाया जाना इस देश में हम सभी के लिए गर्व की बात है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका की यात्रा के दौरान श्री मोदी के साथ योग करने के लिए लगभग 135 देश के लोग संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में एकत्र हुए थे।श्रीमती सीतारमण ने कहा, “यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि श्री मोदी के नेतृत्व में योग को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाया जा रहा है। उन्हें मिस्र के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से सम्मानित किया गया है।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को अब तक 13 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। यह देश के लिए गर्व की बात है।”