चमोली। उत्तराखंड में आपदाओं से सशक्त तौर पर निपटने के लिए चमोली जिले में जिला आपदा मोचन बल (डीडीआरएफ) का गठन किया है। जिसमें प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) स्वयं सेवकों का चयन किया गया है।
डीडीआरएफ के लिए चयनित पीआरडी स्वयं सेवकों के दल को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डीडीआरएफ में जिले के 27 पीआरडी स्वयं सेवक प्रशिक्षण ले रहे है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन के जोशी ने बुधवार को बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों पर क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी सुशील कुमार के नेतृत्व में डीडीआरएफ के 27 पीआरडी जवानों को प्रशिक्षण के लिए गदरपुर, उधम सिंह नगर भेजा गया उद्यम सिंह नगर में एनडीआरएफ द्वारा इस दल को आपदा के दौरान खोज, बचाव और राहत कार्यों के साथ जोखिम आंकलन, प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रबंधन हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जोशी ने बताया कि जिले की भौगोलिक स्थिति अत्यंत जटिल होने के साथ भूकंप की दृष्टि से भी इसे अत्यंत संवेदनशील जोन-5 में रखा गया है। चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ एवं हेमकुंड साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं एवं यात्री वाहनों की आवाजाही रहती है। प्राकृतिक आपदाओं एवं दुर्घटनाओं के घटित होने पर तत्काल खोज एवं बचाव कार्य किए जाने हेतु जनपद आपदा मोचन दल का गठन किया गया है।