लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिये काम करने वाले दो एजेंटों को मुबंई से गिरफ्तार किया है।
एटीएस के सूत्रों ने बताया कि पिछली 16 जुलाई को गोंडा से गिरफ्तार आईएसआई एजेंट मोहम्मद रईस से प्राप्त जानकारी के बाद एटीएस की एक टीम मुबंई रवाना हुयी थी जहां उसने जोगेश्वरी ईस्ट निवासी अरमान अली (65) और मोहम्मद सलमान (25) को गिरफ्तार कर लिया। दोनो को ट्रांजिट रिमांड में लाकर मंगलवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और उन्हे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
उन्होने बताया कि दो रोज पहले आईएसआई एजेंट मोहम्मद रईस सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढा था। पूछताछ में उसने बताया कि मुबंई में काम करने के दौरान उसकी मुलाकात अरमान अली से हुयी थी जिसने भारत में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार और बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुये उसे बरगलाया और भारत के खिलाफ जासूसी के लिये उकसाया। अरमान ने ही रईस का नंबर पाकिस्तान में बैठे एजेंट को उपलब्ध कराया। अरमान के कहने पर ही उसने अपने साथी गोंडा के मूल निवासी मोहम्मद सलमान को जासूसी के लिये प्रेरित किया था। सलमान मुबंई में रंगाई पुताई का काम करता है।
रइस को जासूसी करने के लिये जो धन पाकिस्तान एजेंट द्वारा उपलब्ध कराया गया,उसमें अरमान ने अपना हिस्सा लेने के बाद बची रकम रईस के खाते में जमा करायी थी। सुरक्षा एजेंसियों को धोखे में रखने के लिये अरमान पेशे से प्लंबर का काम करता है।पुलिस गिरफ्तार दोनो एजेंटों को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी।