देहरादून। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन (यूपीसीएल) में अधिशासी निदेशक के पद पर नियुक्ति हेतु चयन प्रक्रिया को मिली मंजूरी प्रक्रिया तेजी पर।
ज्ञात हो कि ईडी की नियुक्ति हेतु विगत कई वर्षों से प्रयास जारी था। पूर्व एमडी वीसीके मिश्रा के समय में उनके खासमखास नवरत्न ऐ .के. सिंह को ईडी बनाये जाने की बड़ी जी तोड़ कोशिश की गयी थी, परंतु भ्रष्टाचारों में संलिप्तता के चलते व तत्कालीन सचिव ऊर्जा के सख्त रुख के कारण ईडी का ख्वाब परबान नहीं चढ़ सका था। यूपीसीएल में ईडी के पद पर पहले भी कई लोग तैनात रहे हैं।
सूत्रों की अगर यहां मानें तो ईडी के पद पर यूपीसीएल के कम्पनी सचिव एवं महाप्रबंधक विधि जिलानी की पत्रावली काफी आगे बढ़ चुकी है तथा औपचारिकताएं भी पूरी की जा चुकी हैं और किसी भी समय इसपर मुहर लग सकती है। वैसे तो इस पद पर नियुक्ति हेतु खाती भी पंक्ति में खड़े हैं।
दर असल केन्द्र सरकार द्वारा विद्युत वितरण कम्पनियों में निदेशक एच आर के पद को समाप्त किया जा चुका है। उक्त पद अभी पिटकुल एवं यूजेवीएनएल में बरकरार है या समाप्त हो चुका है इस पर संशय बरकरार है।
उल्लेखनीय तो यहां यह भी है कि पिटकुल के एक आधे अधूरे महाशय भी बड़े जोर-शोर से सारे कामकाज को बलाएताक रखकर हम नहीं तो तू भी नहीं की ओछी राजनीति के चलते निदेशक एच आर के पद को ऐन-केन-प्रकरेण समाप्त कराने की पुरजोर कोशिश में लगे हुए अपने ही काकस के एक खासमखास आरटीआई एक्टिविस्ट और मीडिया पोर्टल के सहारे लगे हुए थे।
उच्च न्यायालय में आज सुनवाई
पिटकुल के निलम्बित महाप्रबंधक (विधि) प्रकरण में आज सुनवाई होनी है। उक्त मामले में निलम्बन को चुनौती दी गयी है जिस पर उच्च न्यायालय ने पिटकुल एमडी, निदेशक एच आर व सचिव ऊर्जा एवं बोर्ड चेयरमैन सहित पीसी ध्यानी से जबाव दाखिल करने के आदेश किए थे।