नैनीताल। कहा जाता है कि यदि इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता है। ऐसा ही आज उत्तराखंड की पर्यटक नगरी नैनीताल में देखने को मिला है। प्रशासन ने देखते ही देखते शत्रु संपत्ति पर काबिज सैकड़ों घरों को मिट्टी में मिला दिया।
शनिवार की सुबह ही हजारों की संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर जुट गया था। पुलिस ने लाउटस्पीकर के जरिये लोगों को घरों से हटने को कहा। अधिकांश लोग घर खाली करके चले गये थे लेकिन कुछ लोग मौके पर जुटे थे। सबसे पहले उन्हें हटाया गया।
प्रशासन की ओर से अतिक्रमण को हटाने के लिये पहले से पूरी तैयारी कर ली गयी थी। इस अभियान की कमान अपर जिलाधिकारी एसके द्विवेदी के हाथ में रही। जिला प्रशासन की ओर से एक दिन पहले मस्जिद तिराहे से नैनीताल क्लब तक धारा 144 लागू कर दी गयी थी।
प्रशासन ने आम लोगों की घटनास्थल से दूरी बना कर रखी। सुबह दस बजे से अतिक्रमण ने तेजी पकड़ा और देखते ही देखते नौ जेसीबी मशीन ने तीन सेक्टरों में अवैध निर्माणों को मिट्टी में मिला दिया। दोपहर ढाई बजे तक तीन चौथाई अतिक्रमण ध्वस्त कर लिया गया था।
शाम पांच बजे तक कुछ ही घर शेष बच गये थे। नोडल अधिकारी श्री द्विवेदी ने बताया कि शाम सात बजे तक अभियान चलाया जायेगा। कल मलबा और बाकी सामान हटाने का काम किया जायेगा। इसी के साथ ही अतिक्रमण से मुक्त जमीन को तारबाड़ से सुरक्षित किया जायेगा।
प्रशासन की ओर से अतिक्रमित क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटा गया था। सेक्टरों की कमान उपजिलाधिकारी ऋचा सिंह, राहुल साह, योगेश मेहरा के अलावा प्रतोष कुमार को सौंपी गयी थी।
सभी अपने सेक्टर में तैनात रहे। खास बात यह है कि पूरा अभियान बेहद शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुआ। इस दौरान कानून व्यवस्था की कोई भी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट के साथ ही एसपी हरबंश सिंह और एएसपी जगदीश चंद खुद मौके पर तैनात रहे और सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले रहे।