उत्तरकाशी में अतिवृष्टि:इमारतों में पानी घुसा,दो पशुओं की मौत,कई वाहन बहे – Polkhol

उत्तरकाशी में अतिवृष्टि:इमारतों में पानी घुसा,दो पशुओं की मौत,कई वाहन बहे

उत्तरकाशी/देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही अतिवृष्टि से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस बीच, उत्तरकाशी जिले में शुक्रवार/शनिवार रात्रि में हुई अतिवृष्टि के बाद अनेक घरों, एक अस्पताल और स्कूलों में मलवा घुस गया जिससे उनके भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस दौरान अनेक वाहन पानी के तेज बहाव में बह गए। कस्तूरबा गांधी इंटर कॉलेज में फंसे करीब डेढ़ सौ बच्चों को राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र सिंह पटवाल ने शनिवार को बताया कि उप तहसील धौन्तरी में भूस्खलन व मलवा आने से चार परिवारों के आवासीय भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुये है और खेतो में भी मलवा आया है। प्राथमिक स्वास्थ केन्द की दीवार क्षतिग्रस्त हुयी है। रातलधार में 11 केवी फीडर में चार विद्युत पोल/600 मीटर लाईन क्षतिग्रस्त है। तहसील बडकोट अन्तर्गत, गंगनानी के राष्ट्रीय राजमार्ग 30 मीटर भाग में मलवा आने के कारण प्रभावित हुआ है। उक्त स्थान पर चार व्यवसायिक भवनों में पानी गया है तथा 19 आवासीय भवनों में पानी भरा है। उन्नीस आवासीय भवन स्वामियों को भवन आंशिक क्षतिग्रस्त होने के कारण तत्कालिक राहत राशि मौके पर ही वितरित कर दी गयी है। एक गौशाला क्षतिग्रस्त होने से एक गाय व बछड़े की मृत्यु हुयी।

इसी स्थान पर, कस्तुरबा गांधी विद्यालय में पानी और मलवा आने से वहां फंसे लगभग 150 बच्चे एसडीआरएफ ने निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिए हैं। साथ ही, रात्रि तीन बजे वहां के व्यवसायिक होटलों, दुकानों व आस पास के घरों से सभी लोगो को बढ़ते खतरे के कारण तुंरत स्थान छोड़ने का आग्रह करते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। राजस्त, स्थानाचट्टी आदि क्षेत्र में लगभग 40 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति बाधित है।

श्री पटवाल ने बताया कि तहसील पुरोला, अन्तर्गत छाडा खड्ड में कटवा से लगभग 100 नाली भूमि की क्षति एवं 15 व्यवसायिक भवनों जल भराव एवं आठ आवासीय भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुये है। एक बाईक एवं एक कार नदी में बही है। इसके अतिरिक्त चार पैदल पुल क्षतिग्रस्त हुये है। उप जिलाधिकारी एवं सम्बन्धित विभाग मौके पर मौजूद है।गुन्दिवाट गांव / मोरी क्षेत्र की विधुत आपूर्ति बाधित है।

उन्होंने बताया कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग विकास नगर-यमुनोत्री के बीच, कुथनोर रानाचट्टी, राजस्तर व नैनबाग यमुनापुल व छटागां के पास अवरूद्ध था। जिसे प्रातः 10:0 बजे तक सुचारू किया गया है। इसके अतिरिक्त डाबरकोट में लगातार पत्थर गिर रहे हैं तथा गंगनानी में मलवा आया है जिसे सुचारू किया जा रहा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू से बडकोट तक कुमराडा, तलोग के पास सुचारू किया गया। धरासू-बड़कोट के बीच धरासू बैंड के पास, कल्याणी, अचानक होटल एवं महरगांव एवं सिलक्यारा के पास अवरूद्ध है जिसे सुचारू करने हेतु मशीनरी तैनात है। मार्ग को पूर्ण रूप से आज अपराह्न तक सुचारू होने की सम्भावना है।

आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि जनपद अन्तर्गत कुल 50 ग्रामीण, राज्य मार्ग, चार जनपद मुख्य मार्ग तथा तीन मोटर अवरूद्ध है। यमुनोत्री पैदल मार्ग किमी दो के पास दीवाल क्षतिग्रस्त होने के कारण अवरुद्ध है। यात्रियों का आवागमन हो रहा है। उन्होंने बताया कि खुद जिलाधिकारी जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र में मौजूद हैं।

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