प्रदेश में चल रही जीरो टॉलरेंस की नीति पर अब अधिकारी भी फुल एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। अधिकारियों के इस एक्शन से माफियाओं में बौखलाहट देखने को मिल रही है। प्रदेश को अवैध खनन के धंधों से मुक्त बनाने के लिए वन विभाग की टीमों द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है।
उत्तराखंड के नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में खनन माफिया का खूब बोलबाला रहा है। अक्सर खनन माफिया के रसूक के आगे सरकार भी बेबस दिखती है। हालांकि प्रदेश की राजनीति में सबसे बड़ा मुद्दा अवैध खनन का ही बना रहा है। अवैध खनन पर सरकारें बनती बिगड़ती रहीं हैं लेकिन खनन माफियाओं पर लगाम लगाने में सभी सरकारें फेल रही। उत्तराखंड के मुखिया के रूप में जब उत्तराखंड की कमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संभाली और धाकड़ फसलों की वजह से खनन माफियाओं में बौखलाहट देखने को मिल रही है।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों के बाद वन विभाग पूरी तरह एक्शन में है। वन विभाग खनन में लिप्त सभी खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने में जुटा हुआ है। वन विभाग की टीम ने अब तक पांच स्टोन क्रेशरो को सीज कर है। दर्जनों से अधिक स्टोन क्रेशरो की विभाग की टीम द्वारा की जांच की जा रही है।
वन विभाग की टीम द्वारा कोसी नदी में अवैध खनन रोकने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। अवैध खनन को रोकने के लिए नदी के चारों तरफ खाई खोद दी गई है। वन विभाग द्वारा सख्त चेतावनी दी गई है कि अगर किसी ने इस खाई को पाटने की कोशिश की तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।