नगर पालिका क्षेत्र के मकरेती गांव में एनजीटी के निर्देश के बाद करीब एक दर्जन अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया. इस मौके पर नायब तहसीलदार सुरेंद्र सिंह और अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के बीच मकरेती गांव में हुए अतिक्रमण को जेसीबी मशीन द्वारा ध्वस्त किया गया. वहीं प्रशासन की कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों पर हड़कंप मच गया. लेकिन इस दौरान लोगों का विरोध देखने को नहीं मिला.
मसूरी नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि एनजीटी के निर्देश के बाद रिस्पाना नदी के अगल-बगल हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पूर्व में मकरेती गांव में अतिक्रमण को लेकर अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर नदी के समीप बने अवैध निर्माण को हटाने के लिए कहा गया था. लेकिन लोगों द्वारा अवैध निर्माण को नहीं हटाया गया. जिसको लेकर नायब तहसीलदार के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रही.
राजेश नैथानी ने कहा कि मकरेती गांव में नगर पालिका की भूमि पर अवैध कब्जा किया गया है. जिसको लेकर जल्द क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा और नगर पालिका की भूमि पर किए गए कब्जे को भी हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कहा कि उनकी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. साथ ही उन्होंने अतिक्रमणकारियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही. राजेश नैथानी ने बताया कि मकरेती गांव में साल 2016 के बाद जो निर्माण कार्य किए गए हैं, उन पर एक्शन लिया गया है.