महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा को आज भू-समाधि दी गई। पायलट बाबा की अंतिम इच्छा के अनुसार उन्हें हरिद्वार के आश्रम में महासमाधि दी गई। इस दौरान उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए संतों व भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।
श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा को आज हरिद्वार के आश्रम में भू-समाधि दी गई। पायलट बाबा के शिष्य महामंडलेश्वर साध्वी चेतनानंद गिरी महाराज व साध्वी श्रद्धा गिरी महाराज ने उन्हें समाधि दी। सभी 13 अखाड़ों के पदाधिकारी, महामंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंतों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही कई दलों के नेता और देश के बड़े उद्योगपति व कारोबारी भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
बता दें कि महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा का निधन मंगलवार को मुंबई के एक अस्पताल में हो गया था। जिसके बाद बुधवार को उनका पार्थिव शरीर हरिद्वार लाया गया। बुधवार से ही उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए संत समाज के साथ ही आम लोग हरिद्वार पहुंच रहे थे।

बता दें कि पायलट बाबा के नाम से मशहूर बाबा पहले वायुसेना में थे। पायलट बाबा का पुराना नाम कपिल सिंह था। उनका जन्म बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में एक राजपूत परिवार में हुआ था। उन्होंने उच्च शिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। जिसके बाद उनका चयन वायुसेना में हो गया और बाबा विंग कमांडर बनकर वायुसेना का हिस्सा बन गए।
साल 1962, 1965 और 1971 के युद्ध में पायलट बाबा ने प्रतिभाग किया था। जिसके लिए बाबा को सम्मानित भी किया गया था। बताया जाता है कि साल 1996 में जब बाबा मिग विमान भारत के पूर्वोत्तर में उड़ा रहे थे तो उनके साथ हादसा हुआ था और विमान से उन्होंने नियंत्रण खो दिया था। इस दौरान उन्हें उनके गुरु हरि गिरी महाराज के दर्शन प्राप्त हुए और उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसी दौरान उन्हें वैराग्य प्राप्त हुआ और इसके बाद उन्होंने सन्यास ले लिया।