देहरादून के डीएम सविन बंसल भी शराब के ठेके पर ठग लिए गए। ठेके पर मौजूद सेल्समैन ने देहरादून के डीएम से ही एक बोतल पर बीस रुपए अधिक वसूल लिए। ओवररेटिंग का शिकार होने के बाद डीएम साहब ने ठेके पर पचास हजार रुपए का जुर्माना ठोक दिया है।
दरअसल देहरादून में शराब के ठेकों पर ओवररेटिंग एक सामान्य शिकायत है। एमआरपी का कोई मतलब नहीं होता है और शराब की दुकानों पर पूरे हक के साथ अधिक कीमत वसूली जाती है। कई बार इसे लेकर अधिकारियों से शिकायत हुई लेकिन इसे कोई रोक नहीं पाया। वहीं बुधवार को देहरादून के डीएम सविन बंसल खुद ही ओवररेटिंग की शिकायत का संज्ञान लेकर ठेकों पर छापा मारने निकल पड़े। डीएम ने सरकारी गाड़ी की जगह अपनी पर्सनल गाड़ी ली और खुद कार ड्राइव करते हुए ओल्ड मसूरी रोड पर स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर पहुंच गए। डीएम साहब बिना किसी लावलश्कर के थे लिहाजा दुकान का सेल्समैन उन्हे पहचान नहीं पाया। डीएम ने सामान्य ग्राहक की तरह ही ग्रिल के बाहर से शराब की एक बोतल मांगी। सेल्समैन ने शराब की बोतल के एवज में 680 रुपए ले लिए। डीएम ने जब बोतल पर एमआरपी देखी तो कीमत 660 रुपए लिखी हुई थी। फिर क्या था। डीएम के सामने ही शराब के ठेकों पर हो रही ओवररेटिंग का सच था।
अब जब डीएम साहब की ठेके पर ठग लिए गए थे लिहाजा किसी सबूत की अब जरूरत थी नहीं। जिलाधिकारी ने ठेका संचालक का 50 हजार रुपये का चालान कर दिया। जिलाधिकारी ने शराब की दुकान पर मौजूद सेल्समैन के व्यवहार को लेकर भी नाराजगी जताई गई। डीएम ने बदतमीजी से बात करने पर सेल्समैन को फटकार भी लगाई। उधर डीएम के फील्ड में उतरने की खबर मिलते ही मौके पर जल्द ही अपर जिला अधिकारी, उप जिलाधिकारी, उप जिला अधिकारी सहित आबकारी विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए। इसके बाद टीम ने शहर के कई अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की।
अब अधिकारियों की ये टीम अलग अलग दुकानों की ओर निकल गई। चूना भट्टा, जाखन, सर्वे चौक की शराब की दुकानों पर भी छापेमारी की गई। सभी जगहों पर ओवररेटिंग मिली। ग्राहकों से अधिक पैसे वसूले जा रहे थे। अधिकारियों ने खुद ही ओवररेटिंग होते देखी। इसके बाद अधिकारियों ने चूनना भट्टा स्थित दुकान का 75 हजार, सर्वे चौक का 75 हजार और जाखन में स्थित शराब की दुकान पर 50 हजार का चालान काट दिया।
वहीं एक दुकान पर एक ग्राहक के द्वारा एक बीयर की बोतल दस रुपए अधिक में बेची गई। उप जिलाधिकारी ने इसे पकड़ लिया। अधिकारियों ने जब चालान की तैयारी की तो दुकान का मैनेजर हाथ पैर जोड़कर माफी मांगने लगा। बाद में मैनेजर ने लिख कर दिया कि ” हमसे गलती हो गयी आगे से ऐसा नही होगा”। इसके बाद अधिकारियों ने चेतावनी देकर छोड़ दिया।