उत्तराखंड में आज समान नागरिक संहिता (UCC) लागू हो गया है. सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 27 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास में यूसीसी के पोर्टल को लॉन्च किया. बता दें ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है. कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने यूसीसी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी करवाया. बता दें यूसीसी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने वाले सीएम धामी पहले व्यक्ति बन गए हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी नियमावली कमेटी का आभार व्यक्त कर कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. सीएम धामी ने कहा इसी पल से उत्तराखंड राज्य के सभी नागरिकों के अधिकार समान हो गए हैं. सीएम धामी ने कहा कि ये पल मेरे लिए भावनात्मक पल है. यूसीसी का पोर्टल लॉन्च करने के दौरान सीएम धामी ने ऐलान किया कि उत्तराखंड में हर साल 27 जनवरी को यूसीसी दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

सीएम ने कहा 2022 में मैंने जो वायदा राज्य की जनता से किया था आज वह पूरा हो गया है. मुझे उम्मीद थी कि मेरे राज्य की जनता इस कार्य में मेरा साथ देगी, वो आज सफल हुआ है. सीएम ने कहा लगभग तीन साल बाद ये पल आया है, जब यूसीसी कानून लागू हो गया है. अब धर्म, जाति, लिंग के आधार में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा. सीएम ने कहा कि अब हलाल, तीन तलाक, बहु विवाह, बाल विवाह में पूरी तरह से विराम लग जाएगा.
यूनिफॉर्म सिविल कोड एक देश एक नियम के तहत काम करता है. इसके तहत सभी धर्म के नागरिकों के लिए विवाह, तलाक, गोद लेना, विरासत और उत्तराधिकार जैसे कानूनों को एक कॉमन कानून के तहत नियंत्रित करने की बात कही गई है. फिर चाहे वो व्यक्ति किसी भी धर्म का क्यों न हो. मौजूदा समय में अलग-अलग धर्मों में इन्हें लेकर अलग-अलग राय और कानून हैं.