कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी ने वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से मुख्य चिकित्साधिकारी एवं समस्त उप जिलाधिकारियों को दिये निर्देश

निजी अस्पतालों द्वारा भटकाये जा रहे कोविड मरीज और परेशान हो रहे तीमारदार!

वाह रे, वाह! जनता को जगाता, खुद सोता प्रशासन!

80 साल के कोविड वृद्ध को सिनर्जी ने भगाया और दून मेडिकल ने भी नहीं दिया आश्रय

फोन उठाना इस प्रदेश के अधिकारियों की शान को कम करता है, शायद!

कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्य चिकित्साधिकारी एवं समस्त उप जिलाधिकारियों को दिये निर्देश

जब राजधानी दून में कोरोना संक्रमित मरीजों को सूचीवद्व कोविड हास्पिटल्स से ही चिकित्सा सुविधा न देकर इधर उधर भटकाया जायेगा तो ऐसे में बढ़ते संक्रमण के चलते ईलाज केवल सरकारी अस्पताल कैसे मुहैया करा पायेंगे ईलाज?

“एक छोटा सा नमूना TSR की व्यवस्था का :  यही नहीं आज ये माजरा पार्क रोड निवासी एक 80 वर्षीय वृद्ध के साथ तब हुआ जब उसको साँस लेने में दिक्कत महसूस हुई और परिजनों द्वारा ओएनजीसी के पैनल में होने के कारण सिनर्जी अस्पताल लाया गया, टेस्टिंग के दौरान कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आते ही उक्त अस्पताल द्वारा ईलाज न करके घृणात्मक तरीके से मरीज को राम भरोसे झटक कर वहाँ से भगा दिया गया परिणाम स्वरूप बेचारा वृद्ध ईलाज के लिए कभी कहीं तो कभी कही भटकता रहा और परिजन परेशान सरकार की व्यवस्था को कोसते रहे।

मजेदार बात तो यह है कि डीएम दून, सीएमओ और प्रिसिंपल दून मेडिकल ने भी उसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझा! क्योंकि फोन उठाना इस प्रदेश के अधिकारियों की शान को कम करता है, ये केवल वीवीआईपी फोन काल्स उठाना ही पसंद करते हैं!

इस तरह से कोविड मरीजों की जान से खिलवाड़ के पीछे अगर सूत्रों की माने तो बजह साफ है कि राजधानी दून सहित प्रदेश के अधिकांश निजी अस्पताल कोविड की निर्धारित दरों पर ईलाज करना चाहते ही नहीं है, और दून मेडिकल में बढ़ती मरीजों की संख्या क्षमता से कहीं अधिक व सरकार की पकड़ और व्यवस्थाओं की खामियाँ भी कुछ कम यहाँ नजर नहीं आ रहीं हैं क्योंकि सारी की सारी व्वस्थायें भाषणों और कागजों में ही हैं शायद, जमीनी हकीकत में नहीं? “

देहरादून दिनांक 02 सितम्बर 2020 (जि.सू.का)।कोविड-19 संक्रमण के बढते प्रकरण को दृष्टिगत रखते हुए संक्रमण की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से मुख्य चिकित्साधिकारी एवं समस्त उप जिलाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि कोविड- केयर सेन्टर में गम्भीर अवस्था वाले संक्रमित व्यक्त्तियों हेतु बैड आरक्षित रखें जाय तथा हल्के लक्षण वाले व्यक्तियों को होम आइसोलेशन या कोविड-केयर सेन्टर में रखा जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को चिकित्सकों का पैनल व रोस्टर बनाने के निर्देश दिये जो आईसीएमआर की गाईडलाईन के अनुसार तय करेगें कि किस लक्षण वाले व्यक्ति को अस्पताल हेतु रेफर किया जाना है तथा यह निर्देश सभी सम्बन्धित चिकित्सालयों को भेजे जायं जो कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों का उपचार कर रहे हैं।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को विभिन्न क्षेत्रों में होम आइसोलेट किये जा रहे व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं फोलोअप हेतु चिकित्सालय चिन्हित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी यह भी निर्देश दिये कि कोविड-केयर सेन्टर में भर्ती व्यक्ति की स्वास्थ्य माॅनिटिरिंग हेतु दिन में 2 बार चिकित्सकों की विजिट कराई जाय।

बैठक में संज्ञान मे लाया गया कि अधिकतर निजी चिकित्सालयों द्वारा संक्रमित व्यक्तियों को कोविड- केयर सेन्टर हेतु अनावश्यक रूप से रेफर किया जा रहा है, इस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित चिकित्सालयों को नोटिस प्रेषित करने तथा आईसीएमआर की गाईड लाईन के अनुसार ही कार्यवाही करें।

जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को उनके क्षेत्र में बनाये गये कन्टेनमेंट जोन में प्रभावी सर्विलांस व निगरानी करने तथा प्राईमरी कान्टेक्ट को हाईरिस्क मानते हुए सैंपलिंग कराने के निर्देश दिये तथा अपर जिलाधिकारियों को उक्त का विवरण जांच करने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिन व्यक्तियों की सैम्पलिंग की जा रही है उनका भी निरन्तर डेटा एन्ट्री किया जाय तथा सर्विलांस किया जाय तथा जो व्यक्ति रिस्पांस नही कर रहें है उनकी पुलिस के माध्यम से जांच कराई जाय।

जिलाधिकारी ने मैक्स, सिनर्जी, महन्त इन्द्रेश, लेहमन, कैलाश अस्पतालों में उपलब्ध बैड की संख्या का विवरण प्राप्त करने तथा अस्पतालों में आईसीयू बैड की संख्या बढाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ए सिम्टोमेटिक पैशेन्टस (बिना लक्षण वाले संक्रमित) को सीधे कोविड अस्पताल न भेजें बल्कि पहले उनको सर्वे चैक अवस्थित तीलू रोतेली कोविड-केयर सेन्टर में रखा जाय तथा वहां पर तैनात चिकित्सकों की सिफारिश पर ही कोविड अस्पताल भेजा जाय।

बैठक में अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल, अरविन्द पाण्डेय व जी.सी गुणवन्त, नगर मजिस्टेªट कुश्म चैहान सहित सम्ब्न्धित अधिकारी उपस्थित थे।

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