खबरें इधर – उधर की, इधर – उधर से

खबरें इधर उधर की, इधर उधर से

इस वर्ष केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत 1 जून की सामान्य तारीख की तुलना में थोड़ी देर से होने की संभावना है। ± 4 की मॉडल त्रुटि के साथ केरल में इस वर्ष मानसून की शुरुआत 5 जून को होने की संभावना है: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)

112 पुलिस अधिकारियों को मिलाकार महाराष्ट्र पुलिस के 1,061 कर्मियों का कोरोना वायरस टेस्ट अब तक पॉजिटिव आया है। संक्रमित पुलिस कर्मियों में से अब तक कुल 174 ठीक हो चुके हैं, वहीं 9 की जान चली गई: महाराष्ट्र पुलिस।

नई दिल्ली के उत्तर पश्चिम में आज सुबह 11:28 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.2 थी: नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS)

दिल्ली उच्च न्यायालय ने राजधानी में शराब पर विशेष “कोरोना शुल्क” लगाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं के एक बैच पर दिल्ली सरकार से जवाब मांगा।

हरिद्वार हुआ कोरोना मुक्त, सभी 7 मरीज हुए स्वस्थ

प्रदेश में कोरोना महामारी को हराने के लिये स्वास्थ्य विभाग लगातार जुटा हुआ है. हरिद्वार में अभी तक कोरोना संक्रमण के कुल सात मामले सामने आये थे. स्वास्थ्य विभाग की मेहनत के बाद आज हरिद्वार पूरी तरफ से कोरोना मुक्त हो गया है. सभी संक्रमित स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं।

कड़कनाथ’ दूर करेगा ‘कड़की’, प्रवासियों के लिए प्लान तैयार

पौड़ी जनपद में लॉकडाउन के बाद हजारों की संख्या में प्रवासी घर लौट रहे हैं. ऐसे में पौड़ी जिला प्रशासन की ओर से अब इन लोगों को विभिन्न माध्यमों से रोजगार देने की शुरुआत की जा रही है. पोल्ट्री के क्षेत्र में लोगों को बेहतर रोजगार देने के लिए नई शुरुआत की जा रही है, जिसमें कड़कनाथ (मुर्गे) की नस्ल को बढ़ावा दिया जाएगा।

अधिनियम में बड़ा बदलाव

लॉकडाउन में शराब की दुकानों के खुलने की छूट के बाद अब राज्य सरकार ने शराब को लेकर बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने एक्साइज एक्ट में बड़ी तब्दीली की है. नए नियम के मुताबिक, अब कोई भी व्यक्ति नियत मात्रा में शराब सशर्त राज्य में कहीं भी ले जा सकता है. शर्त यह है कि उसके पास इसका बिल होना जरूरी है।

 

रोजगार के लिए सड़क पर खड़े होने लगे मजदूर, पुलिस का बढ़ा सिरदर्द

देशव्यापी लॉकडाउन को 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. ऐसे में बेरोजगार हो चुके मजदूरों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है. रोजगार की तलाश में मजदूर सड़कों पर इकट्ठा होने लगे हैं. अब पुलिस के लिए इन्हें संभालन मुश्किल हो सकता है. देहरादून में भी हरिद्वार बाइपास पर गुरुवार को अचानक मजदूरों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें समझाया।

 

मसूरी के इंस्टिट्यूशनल क्वॉरेंटाइन के लिए जगह नहीं

कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं. ऐसे में ऐसे में अगर मसूरी में कोरोना पॉजिटिव केस आता है तो उसके लिए मसूरी स्वास्थ विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं हैं. कोरोना पॉजिटिव के साथ उसके संपर्क में आए लोगों को इंस्टिट्यूशन क्वॉरेंटाइन करने की भी जगह नहीं है।

बच्चे की संदिग्ध मौत के बाद पिता फरार, जांच में जुटी पुलिस

काशीपुर में पांच वर्षीय बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. घर में ही बच्चे का शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया है।

राज्य ब्यूरोक्रेसी से बड़ी खबर अब 1997 बेच की आईएएस भूपिंदर कौर ओळख ने लिया वीआरएस।राज्यपाल से मंजूरी।

 

क्वारंटीन सेंटर का कमाल, सोशल मीडिया में मचा धमाल

कोरोना संकटकाल में दूसरे शहरों में रह रहे प्रवासी लगातार अपने घर गांवों की ओर रुख कर रहे हैं. राज्य सरकार के साथ तमाम समाजसेवी संगठन दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों, मजदूरों की वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं. हालातों को हराकर विकट परिस्थितियों में घर पहुंच रहे प्रवासी अपने-अपने तरीके से वापसी का इजहार भी कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौर में जहां दर्द, मजबूरी, भूख की लाखों तस्वीरें सोशल मीडिया में तैर रही हैं वहीं टिहरी जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो मन को सुकून देने वाली है।

 

नौसर गांव में शॉर्ट-सर्किट से आग, कई मवेशी जलकर खाक

खटीमा में यूपी बॉर्डर से सटे नौसर गांव में अचानक शार्ट-सर्किट से आग लग गई. आग से एक आवासीय मकान जलकर राख हो गया. आग की चपेट में एक गौशाला भी आ गयी, जिसमें कुछ मवेशी भी जिंदा जल गए।

200 से कम छात्रों वाले डिग्री कॉलेज होंगे समायोजित

प्रदेश सरकार 200 से कम छात्र संख्या वाले डिग्री कॉलेजों का समायोजन करने पर विचार कर रही है. विभाग ने 200 से कम छात्र संख्या वाले डिग्री कॉलेजों का सर्वे कराकर लिस्ट शासन को भेज दी है. इस पर अब शासन को निर्णय लेना है।

आज है अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस

संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1994 को परिवारों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में घोषित किया गया. संगठन की ओर से यह बदलती सामाजिक और आर्थिक संरचनाओं के लिए एक प्रतिक्रिया थी, जो आज तक दुनिया के कई क्षेत्रों में परिवार इकाइयों की संरचना और स्थिरता को प्रभावित करती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *