वाह रे, वाह ऊर्जा विभाग! डबल चार्ज पर चल रहे निदेशक मा.स. का चार्ज अब फिर भी डबल के रूप में ही रहा…?
अब ए के सिंह अभियंता को निदेशक मा.स. का चार्ज, विवादों के घेरे में फिर
…आखिर वजह कोई खास या मजबूरी TSR के शासन की?
देहरादून। TSR के पारदर्शिता वाले ऊर्जा विभाग की लिखी इबादत पर सवाल न उठे ऐसी इसकी करनी कहाँ? ऐसा ही एक तथाकथित विवादित आदेश आज फिर देखने को मिला।
ज्ञात हो कि काफी जिद्दोजेहाद के बाद ऊर्जा विभाग ने विगत जनवरी में कुछ नियुक्तियाँ एमडी और निदेशकों के पदों पर निगमों में की थी और कुछ रिक्त पदों पर नियुक्तियाँ नहीं हो सकी थी और इसी कारण पुरानी परम्परा की भाँति डबल डसल चार्ज का खेल जारी रखा गया। वैसे तो दो निगमों के निदेशक एच आर पद पर रहते रहते भी खूब गुल व मित्तब्यीता भी जाँच का विषय बनी हुई है।
निदेशक मा.स. पिटकुल के पद पर जहाँ यूपीसीएल के पद पर अध्यासित पी सी ध्यानी की नियुक्ति की गयी थी और साथ ही यूपीसीएल का चार्ज तथाकथित रूप से विवादित अवस्था में चला आ रहा था और फिर उनसे चार्ज लेकर यूपीसीएल के ही मुख्य अभियंता ए के सिंह को प्रभारी के रूप में देकर एक नये सवाल के घेरे में ला दिया गया। इस परमपरागत आदेश से TSR की पारदर्शिता और भ्रष्टाचार की जीरो टालरेंस की नीति पर फिर तरह तरह के सवालिया निशान लगने लगे हैं। इन सवालों में आर एस एस से जुडे़ रहे परिजन को ओवलाईज किये जाने की चर्चा भी अहम है। साथ ही तथाकथित कमाल की छवि और कार्यप्रणाली को प्रभारी चार्ज के रूप में नियुक्त किया जाना भी प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।