नई दिल्ली। हवा की गति काफी कम हो जाने से अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही राजधानी की हवा में जहर घुलने लगा है। पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थिति में अगले दो से तीन दिनों तक सुधार की संभावना नहीं है। ऐसे में हवा का स्तर लगातार गिरने की संभावना व्यक्त की गई है। सफर इंडिया ने इसके मद्देनजर लोगों को घर से ज्यादा देर बाहर न रहने की सलाह दी है।
हालात बेहद खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) अनुसार, दिल्ली का एयर इंडेक्स बढ़कर 256 पहुंच गया है। एनसीआर के हालात तो बेहद खराब हो गए हैं। फरीदाबाद में 286, गाजियाबाद में 302, ग्रेटर नोएडा में 266, गुरुग्राम में 336, नोएडा में 278 एयर इंडेक्स दर्ज किया गया।
हवा में जम गए हैं प्रदूषक तत्व
सीपीसीबी के वैज्ञानिक डॉ. वीके शुक्ला के अनुसार, हवा की गति कम होने की वजह से प्रदूषक तत्व फैल नहीं पा रहे हैं और हवा में ही जम गए हैं। इस समय नमी भी है। अगले दो से तीन दिनों तक स्थिति ऐसी ही बनी रह सकती है। दिल्ली के तीन से चार क्षेत्रों को छोड़ दें तो हर जगह शुक्रवार को एयर इंडेक्स खराब या बेहद खराब रहा।
हवा में सुधार के संकेत नहीं
सफर इंडिया के मुताबिक, एयर इंडेक्स 300 से अधिक होने पर लोगों को अधिक देर तक घर के बाहर नहीं रहना चाहिए। खिड़की दरवाजे बंद रखने चाहिए। अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही इस बार दिल्ली के लोगों को सांस लेने में परेशानी होती नजर आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आठ तारीख से पहले हवा की स्थिति में सुधार के आसार नहीं हैं। इसके बाद बादल छाएंगे और हल्की बूंदाबादी भी हो सकती है।
धूल करेगी परेशान
यूरोपियन मौसम विभाग ने ईपीसीए को जानकारी दी है कि गल्फ देशों से एक डस्ट स्टार्म (धूल का चक्रवात) उत्तर भारत को प्रभावित कर सकता है। इसका असर राजधानी समेत उत्तर भारत के अनेक हिस्सों पर दिखाई देगा। धूल व प्रदूषण की यह परत 10 से 14 अक्टूबर तक बनी रह सकती है। इस बीच दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब से खतरनाक हो सकता है। इस आशय की जानकारी केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को भी दी जा चुकी है।
ईपीसीए के अनुसार, एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन इस समय लक्षद्वीप में सक्रिय है। यह ईरान की तरफ बढ़ते हुए पाकिस्तान के रास्ते उत्तर भारत को प्रभावित करेगा। हालाकि मौसम विभाग ने फिलहाल इस तरह की स्थिति पर कुछ भी कहने से इनकार किया है।