आशा, आशा फैसीलेटेटर राष्ट्र हित में अपनी ड्युटी वखूवी निभाती रहें : रेनू नेगी
हमारी सुध भी प्रशासन व सरकार को लेनी चाहिए
देहरादून। जहाँ पूरे देश में इस समय कोरोना वायरस संक्रामक महामारी के दौर से गुजर रहा है वहीं अन्य करोना सैनानियों की तरह आशा व आशा फैसीलेटेटर भी अपनी भूमिका निभाने में किसी से पीछे नहीं हैं। जबकि उनकी सुध ऐसे कठिन दौर में शासन व प्रशासन को लेना चाहिए था और गरीब आशा बहनों के परिवारों के लिए राशन व आवश्यक सामाग्री भी सुरक्षा के साथ साथ उपलब्ध कराना चाहिए था और कोरोना किट विभाग की तरफ से दी जानी चाहिए थी तथा अन्य प्रान्तों की तरह विशेष पैकेज भी हमारी उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा दिया जाना चाहिए था।
फिर भी हम आशा फैसीलेटेटर, आशा बहनों को। अपनी भूमिका भी लखनवी निभाते रहना चाहिए तथा विभागीय अधिकारियों व सीनियर्स के साथ मिलजुल कर टीम भावना से करते रहना है।
रेनू नेगी ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस समय हम सभी का पैकेज भुगतान और मोबिलिटी का भुगतान तत्काल निर्गत करना चाहिए, वैसे तो हम लोंगो का भुगतान भी तीन तीन महीने तक अटका रहता है और पूरा पैसा नहीं मिलता है और न ही ट्रेनिंग का पैसा भी समय से नहीं मिलता है। जबकि आशाएँ अधिकतर गरीब व मजबूर परिवार से संबंधित ही होती हैं।
विगत चार दिनों पूर्व कारगी क्षेत्र में इशारा के साथ घटित हुई घटना की निंदा करते हुये कहा कि अब हम लोग पुलिस व अपने ब्लाक क्वारडीनेटर और एएनएम के संरक्षण में टीम बनाकर कोरोना संदिग्धों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।