उत्तरकाशी : ग्रीन जोन में भी अब घुसा कोरोना
कहीं ये लापरवाही और ओवर कान्फीडेंस, कोरोना रिटर्न न बन जाये
देहरादून / उत्तरकाशी। प्रदेश के दस जनपदों में ग्रीन जोन और दो जनपद ओरेन्ज जोन होने से जहाँ पर्वतीय प्रान्त की जनता राहत का अनुभव कर रही थी और आश्वस्त होने लगी थी कि अब जल्दी ही उत्तराखंड कोरोना मुक्त हो जायेगा। किन्तु उधम सिंह नगर में और हरिद्वार में निरन्तर मिलने लगी कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट से पानी फिरता नजर आने लगा है। इसके पीछे यदि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हमारी लापरवाही और हमारा ओवर कान्फीडेंस के साथ साथ शासन व प्रशासन व स्वास्थ एवं पुलिस भी कहीं इस मनोदशा से या तो त्रस्त होने लगी या फिर ये मानने लगी है कि अब कोरोना नहीं आयेगा-आसकता!

शायद इसी का नतीजा है कि कोरोना रिटर्न की आहट सी दिखाई पड़ने लगी है। इसी कडी़ में इसी बीच उत्तरकाशी के एक 32 वर्षीय युवक की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव आ गयी। गुजरात के सूरत से लौटा था ये युवक, जिला प्रशासन में हड़कंपमच गया है। कोरोना संक्रमित युवक के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को किया जा रहा क्वारींटीन। कोरोना संक्रमित युवक डुंडा क्षेत्र का बताया जा रहा है। सीएमओ डॉ डीपी जोशी ने की पुष्टि।
इस समाचार को केवल एक कोरोना पाजिटिव मिलने से ही नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि इसको गम्भीरता से लेना चाहिए कि मोटर साइकिल से अपने एक साथी के साथ गुजरात के सूरत से चल कर बिना किसी एहतियात और चेक के कयी राज्यों व शहरों की सीमाएँ पार करते हुये उत्तराखंड की राजधानी से होते हुये उत्तरकाशी के डुंडा अपने गाँव पहुँच गया। ये ब्यक्ति कहाँ संक्रमित हुआ और फिर इसने कहाँ कहाँ किसे किसे संक्रमित किया होगा जैसे समस्याओं को जन्म भी दे गया है। क्या इन सब पर गय्भीरता से विचार करके कार्य नहीं किया जाना चाहिए?