उत्तराखंड में कोरोना ने लगाया 5वाँ शतक
देहरादून। उत्तराखण्ड़ में कोरोना ने आज अपना पाँचवा शतक भी आखिर लगा ही दिया।
पिछले कुछ दिनों से जब से प्रवासियों को लाने ले जाने का दुष्कृत्य और खाने कमाने का जो घिनौना खेल देश की अधिकांश राज्य सरकारों ने बिना किसी दूरगामी परिणामों को सोचे अधूरी तैयारियों के साथ खेलना शुरू किया है और देश की अनुशासनवद्ध जनता की तपस्या को बर्वाद करके और लोक प्रिय प्रधानमंत्री की उस बात को धत्ता बताने का जो प्रयास किया है तथा प्रधानमंत्री मोदी कही थी, कि “कोरोना को नहीं है बुलाना और जो जहाँ है वहीं रहे” को धूलधूसरित किया है तभी से इस कोरोना वायरस संक्रमण का मुँह निरन्तर फैलता ही जा रहा है।
वहीं ये सरकार अपनी गल्तियों में सुधार की बजाए चुनावी भाषण की तरह कि जनता पैनिक न हो, पैनिक न हो की रट लगाकर खैरख्वाह बनने की कोशिश तो कर रहीं हैं। परन्तु बेचारी ये सरकारें अब करें भी तो क्या, निर्णय लेने की अपरिपक्वता और ब्यूरोक्रेट्स की पिठ्ठू या फिर शिकंजे में जकडी़ ये सरकारें न खुदा ही मिला, न बिसाले सनम की कहावत को चरितार्थ करते हुये न ही निगल पा रही हैं और न ही उगल…! प्रवासी भी कहीं के न रहे और जनधन व सरकारी मशीनरी की ताकत का दुरुपयोग सब कुछ अपने आप ही सब ब्याँ कर रहा है। बेचारे मजदूर और प्रवासी भी खुश न होकर परेशान ही हो रहे हैं।
उत्तराखंढ राज्य के हेल्थ बुलेटिन 8 बजे के अनुसार अब जनपद देहरादून में 03, अल्मोड़ा में 03 एवं नैनीताल में 01 अर्ताथ कुल 7 और कोरोना मामले सामने आये है |
ज्ञात हो कि आज दिन में भी कोरोना के 24 मामले सामने आये थे, जिसके बाद राज्य में अब कोरोना संक्रमित लोगो की संख्या 500 हो गयी है | अभी तक 79 कोरोना संक्रमित लोग उत्तराखंड राज्य में ठीक हो चुके है |