नैनीताल में अपनी मुख्य मांगो को लेकर भारतीय डाक कर्मचारी बैठे हड़ताल पर एवं आशाओं ने भी की नारेबाजी

नैनीताल में अपनी मुख्य मांगो को लेकर भारतीय डाक कर्मचारी बैठे हड़ताल पर

(गुंजन मेहरा)

नैनीताल। नैनीताल अखिल भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ दिल्ली के आह्वान पर नैनीताल मंडल के कर्मचारियों ने मुख्य डाकघर मल्लीताल पर तालाबंदी कर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। मंडलीय शाखा सचिव पंकज पांडे ने बताया हमारी मुख्य मांगों को लेकर डाकघर में 5 दिन का कार्य सप्ताह लागू किया जाए, एनपीएस को बंद करो, पुरानी पेंशन योजना तत्काल लागू करो, जीडीएस कर्मचारियों के लिए गठित कमलेश चंद्र कमेटी की बाकी सभी सिफारिशें लागू की जाए, महंगाई भक्तों पर रोक को खत्म करो, वेतन पुनरीक्षण 5 वर्ष में करो, आठवां वेतन आयोग गठित करो, सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार वेतन निर्धारण फार्मूला लागू करो, और सभी भक्तों का भुगतान 1 जनवरी 2000 से लागू करो, सभी ग्रुप बी तथा सी कर्मचारियों को पांच समय बदध प्रोन्नति दी जाए,और डाक लेखा कार्यालयों के केंद्रीकरण को बंद करो, सहित सभी मांगों को लेकर आज देशव्यापी हड़ताल पर डाकघर कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए हैं। इस मौके पर मंडली उपसचिव भगत सिंह, ललिता नैनवाल, हेमा क्यूरा, दर्शन केरा, सुनील त्रिपाठी, गोपाल सिंह, सुधीर थापा, मोहन चंद तिवारी, माया जाटव, हरि सिंह,चंद्रप्रकाश, लक्ष्मी,बबलु लोहाल, सहित दर्जनों कर्मचारी मौजूद थे। मंडल सचिव ने बताया आज मुख्यालय की 57 डाक शाखाएं 17 उप डाक शाखाएं और मंडली डाकघर के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। और अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं।

नैनीताल में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार का विरोध कर जमकर की नारे बाजी

नैनीताल। नैनीताल में आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगो को लेकर आवाज बुलन्द कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया है। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगे पूरी नही करती है तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। नैनीताल तल्लीताल डाँठ पर आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमल कुंजवाल के नेतृत्व में सभी आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार प्रति विरोध जताया।

आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष कमल कुंजवाल का कहना है कि आज सभी आशा वर्कर्स अपनी 12 सूत्रीय मांगों को देशभर में धरना प्रदर्शन कर रही है। कहा कि कोरोना काल मे आशा कार्यकर्ता फ्रंट लाइन में रहकर कार्य कर रही है लेकिन सरकार द्वारा उनकी ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। कोरोना काल मे कार्य कर रही आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपये व लॉक डाउन का भत्ता, सरकारी सेवक का दर्जा और 21 हजार वेतन, आशाओं को सेवानिवर्त्त होने पर पेंशन का प्रावधान, मासिक राशि और सभी मदो का बकाया सहित भुगतान, कोरोना ड्यूटी में लगी वर्करों को 50 लाख का जीवन बीमा 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा देने सहित अन्य मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।

इस दौरान यशोदा, हेमा पाठक, सुमन, इंदुबाला, सुनीता आर्य, दुर्गा टम्टा, खष्टी आर्य आदि मौजूद रहे।

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