फ्रांसीसी मानवीय राउल फोलेरो ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के लिए चुना विश्व कुष्ठ दिवस
(वीना पाठक) शिमला। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ दिवस (World Leprosy Day) काजा अस्पताल की ओर से भी मनाया गया। इस मौके पर बीएमओ तेंजिन नोरबू ने सभी कर्मियों को शपथ भी दिलवाई और कहा कि महात्मा गांधी की हत्या Pआज के ही दिन 1948 में हुई थी। इस दिन को फ्रांसीसी मानवीय राउल फोलेरो ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए चुना था, जिन्होंने कुष्ठ रोगो से पीड़ित लोगों की सहायता की थी। विश्व कुष्ठ दिवस, कुष्ठ रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। कुष्ठ रोग लाइलाज नहीं है। कुष्ठ रोग का पूर्णत: उपचार संभव है। वहीं कुष्ठ रोग के इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है। कुष्ठ रोगियों को स्पर्श करने से कुष्ठ रोग नहीं होता है।
एवीपी ने छात्रों के हॉस्टल में एडमिशन के लिए पोर्टल खोलने के लिए सह अधिष्ठाता अध्ययन को ज्ञापन सौंपा
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई ने छात्रों के हॉस्टल में एडमिशन के लिए पोर्टल खोलने के लिए सह अधिष्ठाता अध्ययन को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन हॉस्टल प्रवेश पोर्टल को खोलने के लिए सौंपा गया। इकाई अध्यक्ष विशाली सकलानी जी ने कहा कि बहुत संख्या में ऐसे छात्र है जो तकनीकी कारण से हॉस्टल के लिए एडमिशन फॉर्म नहीं भर पाए है। इस के साथ साथ बी एड के छात्र जिनका अभी यूनिवर्सिटी में प्रवेश नहीं हुआ है। उनके लिए भी प्रवेश पोर्टल खोला जाए । करोना काल और तकनीकी खराबी के कारण छात्रों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में अगर विश्वविद्यालय प्रशाशन एडमिशन पोर्टल बन्द कर दे तो वे सभी छात्र जिनकी आर्थिक स्थिति कमरा लेने योग्य नहीं है उनके साथ खिलवाड़ है। और बीएड के वे सभी छात्र जिनकी अभी एडमिशन नहीं हुई है उनके लिए भी हॉस्टल एडमिशन पोर्टल खोला जाए। करोना काल में छात्र अपनी समस्या का हल करने के लिए सीधा यूनिवर्सिटी नहीं आ पा रहा है। लेकिन ऑनलाइन माध्यम का उपयोग भी अनेक कारणों से सम्भव नहीं हो पा रहा, ऑनलाइन माध्यम में कहीं नेटवर्क और अन्य कारणों से ऑनलाइन माध्यम अच्छे से कार्य नहीं कर पा रहा है जिसे अनेक छात्रों का छात्र वास के लिए आवेदन नहीं हो रहे है। विश्वविद्यालय प्रशाशन को इस समस्या का समाधान करना होगा प्रशाशन पोर्टल बन्द कर के छात्रों के साथ अन्याय नहीं कर सकती।
अलग-अलग होगा स्कूल आने-जाने का टाइम, स्कूल प्रबंधन ने शिक्षा निदेशालय को भेजा माइक्रो प्लान
स्कूलों में पहली फरवरी से जब छात्र आएंगे, तो उनके आने-जाने का समय अलग निर्धारित होगा। इसके साथ ही लंच ब्रेक भी क्लास वाइज स्कूलों में की जाएंगी। शिक्षा विभाग में ग्रीष्मकालीन स्कूलों से आई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। जिला उपनिदेशकों के माध्यम से आई रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधन ने छात्रों की संख्या के आधार पर माइक्रो प्लान बनाकर भेजा है। प्लान में यह सारी चीजे बताई गई हैं।
शिक्षा विभाग को लगभग सभी ग्रीष्माकालीन स्कूलों ने शिक्षा उपनिदेशकों के माध्यम से माइक्रो प्लान दिए हैं, जिसमें लगभग स्कूलों ने माइक्रो प्लान में बताया है कि कौन-कौन सी कक्षाओं में कितने-कितने छात्र आएंगे, स्कूल के कमरे में कितने छात्रों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा स्कूल में छात्रों के आने-जाने, लंच ब्रेक के समय में किस तरह छात्रों के लिए व्यवस्था होगी, यह जानकारी दी गई है। माइक्रो प्लान के तहत स्कूल में दो सत्र में कक्षाएं लगाई जाएंगी। छात्रों के स्कूल में आने-जाने का समय भी अलग होगा। स्कूल खुलने पर एसओपी के नियमों को पूरी तरह अमल में लाया जाएगा, वहीं छात्रों को इस बार स्कूल आने के लिए अभिभावकों की अनुमति लेना अनिवार्य नहीं होगा। इसके अतिरिक्त स्कूलों में छात्रों की हाजिरी लगाना भी अनिवार्य नहीं किया गया है।
बचे दिन छात्रों को समर्पिंत करें शिक्षक
उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा ने कहा कि सभी शिक्षक बचे हुए दिनों को छात्रों के लिए समर्पित करें। परीक्षाओं के लिए कुछ ही समय बचा है। ऐसे में छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ज्यादा से ज्यादा समय दें। लगभग सभी ग्रीष्मकालीन स्कूलों का माइक्रो प्लान आ गया है। प्लान के मुताबिक छात्रों को बिठाने और आने-जाने की व्यवस्था की जाएगी।
ऑनलाइन भी जारी रहेगी पढ़ाई
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि छात्र भले ही स्कूल आएंगे, लेकिन उन्हें स्कूल आने का कोई दबाव नहीं रहेगा। यानी ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन कक्षाओं का क्रम भी जारी रहेगा। सर्दी-जुखाम से ग्रसित छात्रों को स्कूल आने की मनाही रहेगी, वे घर बैठकर ही ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे।
हिमाचल: मार्च के दूसरे सप्ताह में होंगी नॉन बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नॉन बोर्ड पहली से चौथी और छठी-सातवीं कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं मार्च के दूसरे सप्ताह में होंगी। 20 मार्च से पहले परीक्षाएं करवा ली जाएंगी। 31 मार्च को इनका परीक्षा परिणाम घोषित होगा। एक अप्रैल 2021 से नया शैक्षणिक सत्र शुरू किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने जिला उपनिदेशकों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं। इन कक्षाओं की परीक्षाओं के लिए जल्द ही प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से डेटशीट जारी की जाएगी।इन नॉन बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं ऑनलाइन ही होंगी। राइट टू एजूकेशन एक्ट के तहत इन कक्षाओं में किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं किया जाता है।
आंतरिक असेसमेंट के आधार पर उन्हें अगली कक्षा में दाखिला दिया जाता है। प्रदेश सरकार ने इन कक्षाओं को अभी खोलने का फैसला नहीं लिया है। ऐसे में बीस मार्च तक इन कक्षाओं की ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया गया है। बीते दिनों हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में पांचवीं कक्षा और आठवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नियमित तौर पर कक्षाएं लगाने का फैसला लिया गया है। प्रदेश के ग्रीष्मकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में एक फरवरी और शीतकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में 15 फरवरी से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी।