किया
वाह जी, वाह : ऐसा विकास हिमाचल की सड़कों का??
(वीना पाठक)
चम्बा (हिमाचल)। चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत बौदेडी के 3 गांव शौल. कुलाला. घरी. आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। पंचायत के अधिकतर गांवों के लोगों को आज भी सड़क तक पहुंचने के लिए 3 किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ रहा है। इन गांवों को सड़क सुविधा से जोडने की कवायद नेताओं के आश्वासनों के पाले में झूल रही है।
बौदेडी पंचायत के गांव शौल व कुलाला. घरी. गांव सड़क सुविधा से नही जुड़ नहीं पाए हैं l इन गाँवों की करीव 150 परिवार की आबादी है आज भी सड़क सुविधा को तरस रही है ।सडक न होने से ग्रामीण आज भी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं को पीठ पर लादकर ले जाने को मजबूर हैं। बीमारी की हालत में मरीजों को पीठ पर उठाकर ही अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। कई बार समय पर स्वास्थ्य सुविधा न मिल पाने के कारण मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
*ग्रामीण राकेश कुमार. सुनीलाल. भगत राम. हेमराज. करतार. लाल देई. मीनो देवी. का कहना है* l कि चुनाव के समय नेता गांवों को सड़कों से जोड़ने की हामी भरते हैं। मगर चुनाव जीतने के बाद वायदे को भूल जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हर गांव को सड़क से जोड़ने का लक्ष्य है, लेकिन पंचायत की यह हालात कुछ ओर ही कहानी ब्यां करती है। सडक न होने से यह गांव विकास की दौड में भी पिछडकर रह गए है। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से जल्द इन गांवों को सडक सुविधा से जोडकर राहत पहुंचाने की गुहार लगाई है।