कुंभ मेले में रेलवे स्टेशन की सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी। प्लेटफार्मों के अलावा पूरे स्टेशन परिसर में 130 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही होल्डिंग एरिया में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं को डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) से गुजरना होगा। बैगेज स्केनर मशीन से सामानों की जांच करानी भी अनिवार्य होगी।
कुंभ मेले को दिव्य और भव्य के साथ सुरक्षित बनाने को हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन की ओर से भी व्यापक तैयारियां की गई हैं। स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए झंडा मेला ग्राउंड और मेला प्लेटफार्म संख्या नौ के समीप होल्डिंग एरिया बनाया गया है। इसमें प्रवेश से पहले प्रत्येक श्रद्धालु को डीएफएमडी से होकर गुजरना होगा। इसके साथ ही हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) से स्वयं की जांच करानी होगी।
संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की निगरानी के लिए रेल आरक्षण केंद्र के ऊपर ज्वाइंट कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां रेलवे आरपीएफ, जीआरपी के अलावा रेलवे के विभिन्न अनुभागों के अधिकारी तैनात रहेंगे। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति में कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी तत्काल हरकत में आएंगे। इसके अलावा जगह-जगह आरपीएफ के जवान भी तैनात किए जाएंगे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर डीएस चौहान ने बताया कि कुंभ को लेकर एक कंपनी आरपीएफ आ चुकी है। इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर नजर रखने को 130 सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं। डीएफएमडी, एचएचएमडी के अलावा बैगेज स्केनर मशीन आदि की मांग की गई है।