नैनीताल। पूर्व में निकाले गए नगर पालिका आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बृहस्पतिवार को कुमाऊ मंडल आयुक्त, जिलाधिकारी, उत्तराखंड राज्य सफाई कर्मचरी आयोग, नेता प्रतिपक्ष व वाल्मीकि सभा को पत्र भेजा।
पत्र के माध्यम से आउटसोर्स कर्मियों ने कहा कि पूर्व में वह पालिका में वाहन चालक के रूप में कार्यरत थे लेकिन पालिका ने बिना किसी कारण के उन्हें उनके कार्य से मुक्त कर दिया गया था। इस पर उन्होंने पत्र के माध्यम से पालिका को अवगत कराया था कि अगर 3 दिन के अंदर उन्हें कार्य पर वापस नही रखा गया तो उनके द्वारा 31 दिसम्बर को 1 बजे नगर पालिका के समक्ष आत्मदाह किया जाएगा। जिस पर पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी व अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार ने उन्हें 10 दिन के अंदर उनके पूर्व कार्य पर न रखते हुए अन्य कार्य पर रखने का आश्वासन दिया था। लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अब तक उन्हें किसी भी कार्य पर वापस नही रखा गया है।

दोनो आउटसोर्सिंग कर्मी पवन व सौरभ का कहना है नगर पालिका अधिकारियों द्वारा उन्हें आश्वासन के नाम पर केवल गुमराह किया जा रहा है। पिछले 13 महीनों से उनका परिवार आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। और पालिका अधिकारी इस पर कोई फर्क नहीं पड रहा। आउटसोर्सिंग कर्मियों ने पत्र के माध्यम से चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पालिका अधिकारियों द्वारा 6 फरवरी तक उन्हें कार्य पर वापस नही लिया गया तो दोनों आउटसोर्सिंग कर्मी पालिका के समक्ष आत्मदाह करने पर मजबूर होंगे। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार व सफाई निरीक्षक कुलदीप कुमार की होगी।