नैनीताल। वर्तमान समय में जहां एक तरफ पूरे देश को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। जिसको लेकर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की 72 घण्टों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट पूछी जा रही है साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही हैं। वहीं लोग एक शहर से दूसरे शहर जाने में घबरा रहें हैं ऐसे में दूसरी तरफ आंध्रप्रदेश से 24 लोग बिना किसी कोरोना रिपोर्ट व टेस्ट के साइकिल से यात्रा कर नैनीताल आ पहुँचे।
आंध्रप्रदेश से नैनीताल आए इन 24 लोगों में छोटे छोटे बच्चे जो कि 8 साल से लेकर लगभग 15 साल के है। चिल्ड्रन ऑफ फॉरेस्ट पीवीटीजी का यह ग्रुप 8 साल के बच्चों को लेकर 6 राज्यों से आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के कोरोना महामारी की गाइडलाइन को तोड़ते हुए नैनीताल आ जो जो कि हैरान करने वाली बात है। यह छोटा बच्चा बताता है कि इनका उद्देश्य केवल जंगलों को बचाना है जिसके लिए यह नंगे पैर साइकिल से नैनीताल पहुंचचे है।

बता दें कि आंध्रप्रदेश से 6 राज्यों को पार करते हुए नैनीताल पहुँचे यह बच्चे आदिवासी है। जिन्हें समाज से जोड़ने के लिए गणित विशेषज्ञ कालिदास वमशिधर ने एक मुहिम शुरू की है। बताया कि मुहिम के लिए वह 6 फरवरी को आंध्रप्रदेश से निकले है। उन्होंने बताया की यह बच्चे आदिवासी है जिन्हें ऐसे ही कही भी छोड़ा नहीं का सकता इन बच्चो के पास न कपड़े है न ही इंसानों जैसा रहन सहन है और यह कच्चा मांस सब्जियां खाते हैं कालीदेश ने बताया कि उनका एकमात्र उद्देश्य है कि इन बच्चों को समाज से जोड़ा जाए और एक अच्छा रहन सहन किया जाए।
कालिदास बताते हैं कि उन्हें कोरोना संक्रमण के बारे में कोई जानकारी नही थी। जब यह ग्रुप नैनीताल पहुचा तो इसे नगर के जिला चिकित्सालय बीडी पांडे अस्पताल लाकर आरटीपीसीआर टेस्ट व रैपिड टेस्ट किया गया। वहीं अस्पताल के पीएमएस डॉ के एस धामी ने इन्हें मेडिकल की सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई है।
ज्ञात हो कि बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा एक नई एडवाइजरी जारी की गई थी कि बहारी राज्यो से आने वाले सभी लोगों की एंट्री प्वाइंट पर कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी है जबकि जिनके पास रिपोर्ट नहीं है उनकी कोरोना जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया। जाना है लेकिन आंध्रप्रदेश से साइकिल से नंगे पैर 6 राज्यों से गुजरकर आना साफ-सुथरी सरकार को अलग-अलग नियमों की पोल साझा करना नजर आ रहा है।] ऐसे में नैनीताल में फिर से कोरोना अपना कहर बरपा सकता है। इस तरह इन लोगों का 6 राज्यो से लेकर नैनीताल पहुँचना नैनीताल जिला प्रशासन व उत्तराखंड सरकार ही नहीं बल्कि वह 7 राज्य भी सवाल से घिरे हुए हैं जिनके बिना किसी डर के गुजर कर यह ग्रुप भृमन पर निकल गया है।