लखनऊ, लखीमपुर खीरी में बीते रविवार को उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मृत्यु के मामले में आरोपित केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की शनिवार को सुबह 10ः45 पर क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए। हालांकि, आशीष मिश्रा को दिन में 11 बजे लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में क्राइम ब्रांच की टीम के सामने पेश होना था, लेकिन वह 15 मिनट पहले पहुंचे। आशीष स्कूटी से पुलिस लाइन पहुंचे।
लखीमपुर खीरी पुलिस लाइंस में क्राइम ब्रांच की टीम ने आशीष मिश्र से पूछताछ शुरू कर दी है। मजिस्ट्रेट के सामने आशीष मिश्र से पूछताछ की जा रही है। इस दौरान आशीष मिश्र का कलमबंद बयान हो रहा है। इस पूछताछ के दौरान आशीष मिश्र का वकील भी मौजूद है। लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा से पूछताछ के लिए पुलिस ने 40 सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है।आशीष के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि हम नोटिस का सम्मान करेंगे और जांच में सहयोग करेंगे।
मंत्री अजय मिश्रा के घर पर लगाया गया एक और नोटिस
आशीष मिश्रा की पेशी के तैयारी के बीच में लखीमपुर खीरी पुलिस ने शनिवार को मंत्री के घर पर एक और नोटिस लगाया है। नोटिस में लिखा है कि कल समन के बावजूद आशीष मिश्रा पेश नहीं हुए थे, आज भी उनके क्राइम ब्रांच ने समक्ष पेश न होन की स्थिति में वारंट जारी किया जाएगा।
पुलिस लाइन में तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम हैं। आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। आशीष के पिता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी खुद सामने आए थे और कहा था वो कहीं नहीं गया है।आशीष साक्ष्यों के साथ जांच टीम के सामने पेश होगा।
पूछताछ के लिए नहीं आया तो सख्त कार्रवाई
लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में दर्ज हुई हत्या की रिपोर्ट के मुख्य आरोपित केन्द्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू के घर गुरुवार देर शाम पुलिस ने नोटिस चस्पा की थी जिसमें उनको शुक्रवार को पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया था लेकिन, मोनू नहीं आया। शुक्रवार को फिर एक नोटिस उनके घर में चस्पा की गई है, जिसमें शनिवार को 11 बजे पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया था। पुलिस के बड़े अधिकारियों से संकेत मिले थे कि अगर शनिवार को भी मोनू क्राइम ब्रांच की टीम के साथ पूछताछ के लिए नहीं पहुंचता तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी थी।
जो भी दोषी होगा, उसको किसी भी कीमत पर राहत भी नहीं
इस बारे में उत्तर प्रदेश के कानून एवं विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध व अपराधी को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। मंत्री पाठक ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कह दिया है कि सिर्फ आरोप पर किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसको किसी भी कीमत पर राहत भी नहीं दी जाएगी। किसी भी मामले को सरकार रफा-दफा नहीं किया जा रहा है। सभी तथ्यों की जांच हो रही है और जो दोषी जांच में सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।
किसान नेता राकेश टिकैत भी इस केस को लेकर बेहद सक्रिय तथा गंभीर हैं। राकेश टिकैत ने साफ कहा कि अगर आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के बुलाने पर नहीं आता है तो उनके पिता केन्द्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को लेकर आ जाओ।