देहरादून। दून घाटी के डॉ. बी. के. एस. संजय दुनिया के जाने-माने ऑर्थोपीडिक सर्जन हैं। इनकी चिकित्सीय उपलब्धियों को देखते हुए इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड और लिम्का बुक रिकार्ड में एवं सामाजिक कार्यो के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस में कई बार उल्लेखित किया जा चुका है।
डॉ. संजय ने प्राथमिक ऑर्थोपीडिक शिक्षण एवं प्रशिक्षण पी जी आई चढ़ीगढ तथा उच्चस्तरीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण दुनिया के कई देशों जैसे कि स्वीडन, स्विटजरलैंड, जापान, आस्ट्रेलिया, अमेरिका एवं रसिया से प्राप्त किया। गत वर्षों में डॉ. संजय ने पीजीआई चंडीगढ़ में एसोसिएट प्रोफेसर और हिमालयन इंस्टीटयूट जॉली ग्रांट में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं। डॉ. संजय को जापान ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, अमेरिका एवं मलेशिया के विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्याख्यान देने का गौरव प्राप्त हो चुका है।
यह उत्तराखण्ड प्रदेश के ऑर्थोपीडिक संघ के संस्थापक अध्यक्ष है एवं कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रोफेशनल संघों के आजीवन सदस्य एवं फैलो है। यह उत्तराखण्ड प्रदेश एवं संघ लोक सेवा आयोग के चयन समिति के सलाहकार रह चुके है। वर्तमान में उत्तराखण्ड चिकित्सा विश्वविद्यालय के कार्यकारणी परिषद् के मनोनीत सदस्य हैं।
डॉ. संजय ने एक आजीवन संकल्प लिया है कि वह आम जनता को सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले दुष्परिणामों को समाज में उजागर करेंगे। यह अभियान डॉ. संजय सन् 2002 से सुचारू रूप से चला रहे हैं। इसके लिए इनके देहरादून और दिल्ली के आकाशवाणी एवं दूरदर्शन माध्यमों से कई दर्जनों कार्यक्रम प्रसारित हो चुके है और इन्होंने अब तक लगभग 200 निःशुल्क जन-जागरूकता व्याख्यान दे चुके हैं। जिसका उल्लेख 2021 की इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस में प्रकाशित हो चुका है। डॉ. संजय चिकित्सीय शोध कार्य दर्जनों प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है। चिकित्सा लेखन के अतिरिक्त डॉ. संजय ने स्वास्थ्य एवं समाज से सम्बन्धित हिन्दी एवं अंग्रेजी के प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में सैकड़ों लेख लिख चुके हैं इसके साथ ही डॉ. संजय एक कवि भी है।
डॉ. संजय एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति है। डॉ. संजय को उनकी चिकित्सा एवं सामाजिक उपलब्धियों को दृष्टिगत रखते हुए इनको बहुत सारी व्यवसायिक एवं सामाजिक संस्थायें सम्मानित कर चुकी हैं। पद्म श्री एक राष्ट्रीय एवं नागरिक सम्मान है। जो देश के उत्कृष्ट सामाजिक सेवा करने वाले नागरिकों को दिया जाता है। इस साल डॉ. संजय को भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया।
आज पूरा उत्तराखंड प्रदेश राज्य 22वां स्थापना दिवस मना रहा है और यह संयोग ही है कि आज ही के दिन भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में डॉ. बी. के. एस. संजय को उनके उत्कृष्ट चिकित्सीय एवं सामाजिक सेवाओं को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। पद्म पुरस्कार राष्ट्र के सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक है। डॉ. संजय को यह पुरस्कार राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह, भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री वैंकया नायुडू एवं उनकी कैबीनेट के अन्य मंत्रियों की उपस्थित में सम्मानित किया गया।