देहरादून: उत्तराखँड में सत्तारूढ़ भाजपा एक बार फिर से 2022 के विधानसभा चुनाव में मोदी मैजिक कहे या कहे मोदी लहर के सहारे एक बार फिर सत्ता में आने के सपने बन रही है, यही वजह है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देहरादून में विशाल जनसभा आयोजित की गई है जिसके प्रचार प्रसार से लेकर सभी व्यस्थाओ का जायज़ा खुद मुख्यमंत्री लेते हुए नज़र आए, तो वही प्रधानमंत्री की जनसभा में बड़ी संख्या में लोगों की भीड देखने को मिली प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक ओर जहां उत्तराखंड से अपना गहरा लगाव बताया साथ ही विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा साथ ही प्रधानमंत्री ने इस दौरान धामी सरकार की पीट भी थपथपाई, साथ ही प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड राज्य को 18 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओँ की सौगात भी दी है वहीं विपक्ष ने प्रधानमंत्री के देहरादून दौरे का विरोध किया है विपक्षि दलों ने प्रधानमंत्री पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए काले झंड़े दिखाए
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले देवभूमि उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 हजार करोड़ की सौगात दी है। उन्होंने सबसे पहले परेड मैदान में प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसके बाद उन्होंने करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उनमें 8600 करोड़ की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून (इकोनामिक कारीडोर) भी शामिल है। जिन योजनाओं का लोकार्पण हुआ उनमें योजनाओं में 120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना मुख्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से ठीक पहले देवभूमि उत्तराखंड को 15 हजार 728 करोड़ रुपये की 11 योजनाओं का शिलान्यास और 2 हजार 573 करोड़ की लागत से तैयार सात योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके बाद गढ़वाली बोली में अपना संबोधन शुरू कर पीएम मोदी ने उत्तराखंड की जनता तक अपनी बात पहुंचाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उत्तराखंड को दी गई 18 हजार करोड़ की सौगात को बीजेपी ऐतिहासिक बता रही है जबकि विपक्ष इसे सिर्फ एक चुनावी स्टंट बता रहा है, कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से वादा खिलाफी की है, सत्ता में आते ही बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है इसके विरोध में कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का जमकर विरोध किया
कुल मिलाकर सत्ताधारी दल बीजेपी ने चुनावी तैयारियों के लिहाज से अपने विरोधियों को पीछे छोड़ दिया है सवाल ये है कि क्या प्रधानमंत्री के सहारे बीजेपी राज्य में एक बार फिर से सत्ता में वापसी कर पाएगी, क्या राज्य में बीजेपी मिथक को तोड़कर 60 प्लस के नारे को सफल बना पाएगी, सवाल तो ये भी है कि उत्तराखंड बीजेपी आज भी मोदी मैजिक के सहारे है,क्या 2022 में मोदी मैजिक काम करेगा ऐसे अंगिनत सवाल है जिसके जवाब का सबको इंतजार है