गरीबों और जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान चलाएंगे: शिवराज – Polkhol

गरीबों और जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान चलाएंगे: शिवराज

इंदौर: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि जननायक टंट्या मामा जैसे वीर बलिदानी महापुरुष की कर्म-स्थली पातालपानी को नवतीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां आराधना और ध्यान केंद्र बनाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ उनकी वीरता की उपासना कर सके।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पातालपानी में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर अष्टधातु से निर्मित जननायक टंट्या मामा की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने यहां महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में जननायक टंट्या मामा के वंशजों का स्वागत एवं अभिनंदन भी किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में गरीबों और जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चलाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे। प्रदेश में शहीद किसी भी समाज का क्यों न हो, उनके स्मारक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पातालपानी में 4 करोड़ 55 लाख रुपये की लागत से नवतीर्थ स्थल बनाया जाएगा। यहाँ ध्यान केंद्र स्थापित किया जाएगा, यहाँ वीरता की उपासना की जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों को देश-भक्ति की प्रेरणा देगा।
शिवराज चौहान ने कहा कि नवतीर्थ स्थल में लायब्रेरी, व्यू पॉइंट, पाथ-वे के साथ जनजातीय म्यूजियम और जननायक टंट्या मामा वाटिका भी बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पातालपानी में हर वर्ष 4 दिसम्बर को जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर मेला आयोजित होगा।
उन्होंने कहा कि वे बड़ौद अहीर की धरती को प्रणाम करते हैं, जहां टंट्या मामा ने जन्म लिया था। आज उनके मन में बहुत संतोष है कि पातालपानी में जननायक टंट्या मामा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। जनजातीय नायकों ने देश के लिए जो किया उसका कर्जा उतारने की कोशिश कर रहे हैं। हमने तय किया है कि जननायक टंट्या मामा की कर्म-स्थली पातालपानी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करेंगे। इसी क्रम में आज यहाँ पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल जनजातीय वर्ग के हैं और उनके द्वारा गांव और जंगलों में जाकर जनजातीय वर्ग के हितों को देखा जा रहा है। राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने जननायक टंट्या मामा के वंशजों और परिजन हीरालाल सिरसाठे, ललिता बाई, श्री दरियाव, रेशम बाई वासुदेव, छोगालाल सिरसाठे का शॉल, श्रीफल और मोतियों की माला पहनाकर सम्मान किया। पातालपानी जनसेवा समिति के सदस्यों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को जननायक टंट्या मामा का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किये। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद छतर सिंह दरबार, जन-प्रतिनिधि, जनजातीय समाज के प्रतिनिधि सहित अधिकारी उपस्थित रहे।

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