भाजपा के वरिष्ठ नेता और आठ बार के विधायक हरबंस कपूर का आकस्मिक निधन हो गया। उनका दोपहर बाद लक्खीबाग श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। वे पूरी तरह स्वस्थ थे और पार्टी की तमाम बैठक और अन्य गतिविधियों में भी सक्रिय थे। रविवार को भी उन्होंने विभिन्न बैठकों में प्रतिभाग किया। रात को वे भोजन करने के बाद अपने इंद्रा नगर स्थित आवास पर सो गए थे। सुबह जब उन्हें चाय पीने के लिए उठाया गया तो वे नहीं उठे। वे अभी 75 वर्ष के थे। उनके निधन से भाजपा समेत क्षेत्रवासियों में भी शोक की लहर है।
हरबंस कपूर के निधन पर राजनेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उनका अचानक इस तरह से चले जाने से हर कोई सदमे में है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके निधन पर दुख जताया। कहा, मेरे वरिष्ठ सहयोगी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर के निधन से दुखी हूं। मृदुभाषी कपूर ने हमेशा सादगी के साथ जीवन जिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
वहीं, पिथौरागढ़ से विधायक चंद्रा पंत ने ट्वीट किया, हमारे सुख-दुख के साथी, जिनका आशीर्वाद, मार्गदर्शन सदैव मिलता रहा वरिष्ठतम नेता हरबंस कपूर के निधन से मन बहुत दुखी है। ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और साथ ही उनके परिवारीजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
नाम है लगातार आठ बार विधायक बनने का रिकार्ड
सात जनवरी 1946 को जन्मे हरबंस कपूर एक कुशल राजनीतिज्ञ रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैंट विधानसभा सीट से विधायक थे। कैंट क्षेत्र में उनका ही दबदबा रहा है। उन्होंने लगातार आठ बार इस सीट पर काबिज हुए। इससे जनता के बीच उनकी पकड़ का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। हरबंस कपूर 2007 से 2012 तक उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 1985 में उन्हें पहली हार मिली थी, लेकिन इसके बाद से वे कभी विधानसभा चुनाव नहीं हारे और लगातार आठ बार विधायक बने।