रायबरेली: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा नेताओं के खिलाफ शनिवार को आयकर विभाग की छापेमारी को जांच एजेंसियों का दुरुपयाेग बताते हुये कहा है कि जिस प्रकार पश्चिम बंगाल में जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का वहां की जनता ने चुनाव में भाजपा को माकूल जवाब दिया था उसकी पुनरावृत्ति उत्तर प्रदेश में भी होगी।
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के प्रचार अभियान में हिस्सा लेने के लिये अखिलेश दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली आये हुए हैं। उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा की योगी सरकार पर आरोप लगाया कि समाजवादियों को अकारण जेल पहुंचाया गया और जेल में भी वैधानिक सुविधाएं नही मिली। उन्होंने कहा कि ये सरकार, जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। लेकिन जनता ने इन्हें पश्चिम बंगाल में माकूल जवाब दिया। वहाँ भी इन्होंने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया था लेकिन जनता ने इन्हें करारा जवाब दे दिया था।
गौरतलब है कि शनिवार को आयकर विभाग ने सपा के सचिव राजीव राय सहित अन्य नेताओं के लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। अखिलेश ने योगी सरकार पर छात्रों को लैपटॉन बांटने से मुकरने का भी आरोप लगाते हुये कटाक्ष किया, “बाबा जी लैपटॉप चला नही पाते तो लोगो को क्या लैपटॉप बाटेंगे।”
यहां हाल ही में एक अधिवक्ता की हत्या के मामले को लेकर अखिलेश ने कहा कि यह ‘ठोको सरकार’ है और यह कानून व्यवस्था को नही मानती है। उन्होंने कहा कि रायबरेली सीट पर जो ‘वीआईपी’ का टैग लगा है उसे हटाइये और समाजवादी पार्टी को जिताईये ताकि यहां विकास हो सके। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने बिजली पानी और सड़को का सुधार कर सभी क्षेत्रों में विकास किया है।
सपा की रैलियों में जुट रही भीड़ के कारण मोदी और योगी सरकार में घबराहट होने का दावा करते हुये अखिलेश ने कहा कि जब गाजीपुर में सपा के समर्थन में जनसैलाब उमड़ा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवादित किसान बिल वापस ले लिया।