झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी मंडलायुक्त डॉ़ अजय शंकर पांडेय ने महानगर के समुचित विकास के तरह लोगों को ओवरहेड बिजली के तारों से निजात दिलाने के लिए अंडर ग्राउंड केबलिंग डक्ट निर्माण के संबंध में प्रस्ताव लाने के निर्देश दिये हैं।
यहां कमिश्नरी सभागार में मंगलवार को स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि शहर के समुचित विकास के लिए अंडर ग्राउंड केबलिंग डक्ट का निर्माण आवश्यक है, इस कार्य के होने पर झांसीवासियों को ओवरहेड विद्युत के लटक रहे तारों से निजात मिलेगी। उन्होंने इस कार्य के निर्माण के लिए नये प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में लाने के संबंध में निर्देशित किया।
मंडलायुक्त द्वारा अंडर ग्राउंड केबलिंग के लिए डक्ट निर्माण के उपरांत विभिन्न एजेंसियों से अतिरिक्त आय जैसे- जल निगम, विद्युत विभाग द्वारा एवं प्राइवेट केबल कंपनियों द्वारा डक्ट को उपयोग में लेने एवं उससे अतिरिक्त आय के संसाधन जुटाने के प्रयास करने को लेकर भी निर्देशित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि डक्ट के निर्माण में अधिक धनराशि उपयोग में आने की संभावना को देखते हुए इस योजना को खण्डों में लागू किया जाय, ताकि शहर का समुचित विकास हो सके।
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 255 करोड़ के सापेक्ष 221 करोड़ रुपये की धनराशि अब तक व्यय की गई है तथा 422 करोड़ के कार्य प्रगति में है। वित्तीय भुगतान के सापेक्ष वित्तीय प्रगति को रखने हेतु वित्त नियंत्रक को निर्देशित करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता और भौतिक सत्यापन सुचारू रूप से करते हुए कार्यों को गति प्रदान करने के निर्देश दिए गए। पानी वाली धर्मशाला, लाइट एंड साउंड शो और फसाड लाइटिंग कार्य को अगले माह जनवरी 2022 तक पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। आतिया ताल, लक्ष्मी ताल, राजकीय बालिका इंटर कालेज, योगा सेंटर सोलर लाइट कार्यो को तेज गति प्रदान करने के साथ ही गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त नये कार्य सिबिज ट्रीटमेंट प्लान, जीआईसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, एमयुवेशन सेंटर, नारायण बाग का पुनरूद्धार, शहर के ड्रेनेज प्रोजेक्ट को शुरुआत से ही समय के अनुरूप और गुणवत्ता के साथ कराने के लिए निर्देशित किया।बैठक में नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, मुख्य वित्त अधिकारी सुनील गर्ग, स्मार्ट सिटी के नोडल हैड केबी सिंह उपस्थित रहे।