सुल्तानपुर लोधी: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को कहा है कि कांग्रेस सरकार ने बदले की राजनीति करके पार्टी को जितना दबाने की कोशिश कर की है, वह उतनी ही लोकप्रिय हो जाएगी।
पार्टी उम्मीदवार कैप्टन हरमिंदर सिंह के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि अकाली दल न केवल यहां पंजाब में कांग्रेस के खिलाफ बल्कि केंद्र सरकार और दिल्ली की आप सरकार के खिलाफ भी लड़ रहा है। उन्होंने कहा, “ पार्टी और सिख संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, यह साजिश कभी सफल नहीं होगी। जनता जानती है कि कांग्रेस अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने के साथ साथ बेअदबी का मुद्दा उठा रही है। जनता तीनों काले कानूनों को रद्द कराने के लिए केंद्र के खिलाफ किसानों के संघर्ष के बारे में जानती हैं। वे आप द्वारा खेले जा रहे दोहरे खेल के बारे में भी जानते हैं, जो पंजाब तथा पंजाबी विरोधी है।”
मजीठिया के खिलाफ दर्ज झूठे मामले के बारे में बोलते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने दो डीजीपी और तीन जांच ब्यूरो (बीओआई) निदेशकों को बदल दिया। उन्होंने कहा कि अंततः यह एक डीजीपी जो रेगुलर डीजीपी के रूप में पैनल में भी शामिल होने योग्य नहीं था, जिसे झूठा मामला दर्ज करने के लिए बदले में कार्यालय का प्रभार दिया गया। पार्टी इन झूठे मामलों को अदालत के साथ-साथ सार्वजनिक रूप से भी बेनकाब करेगी।
उन्होंने कहा,“ हम इस भ्रष्ट और बदलाखोरी वाली सरकार को निशाने पर लेंगे। ”
बादल ने यह भी घोषणा की कि अकाली दल शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है और राज्य में साम्प्रदायिक भाईचारे को समाप्त करने की साजिशें होने के बावजूद अकाली दल हरगिज ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि आप और कांग्रेस दोनों साफ तौर पर अपनी हार देख रहे हैं तथा हताश हो गए हैं।
उन्होंने कहा, “उन्हें एहसास है कि वे दोनों इस स्थिति में पहुंच गए हैं कि उन्हें पांच या 10 सीटें भी नहीं मिलेंगी।”
बादल ने कहा कि यह निंदनीय है कि कांग्रेस ने पिछले पांच सालों में इस क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया है। वह एक ‘बांध’ के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि बाढ़ के कारण फसल को कोई नुकसान न हो। उन्होंने यह भी घोषणा की कि क्षेत्र के कथित रूप से भ्रष्ट कांग्रेस विधायक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शिअद अध्यक्ष ने बताया कि अकाली दल तथा बसपा गठबंधन ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को 33 फीसदी आरक्षण प्रदान करने का वादा किया है। उन्होंने कहा,“ हम ऐसे छात्रों को मुफ्त शिक्षा भी सुनिश्चित करेंगें। छात्र पांच लाख रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज के लिए पात्र होंगे।”