देहरादून: आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड कांग्रेस के भीतर अंतर कलह का मामला बढ़ता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक ट्वीट कर न सिर्फ उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है, बल्कि कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि ”है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है! फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उपापोह की स्थिति में हूँ, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे!”
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने पलटवार किया है। मदन कौशिक ने कहा कि सदन में उनके 11 विधायक रहे हैं और 10 गुट रहा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी आपस में ही उलझी हुई है। अलग-अलग गुट कांग्रेस में अलग-अलग सियासत करते हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कोई भी गुट एक दूसरे की बात सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में जिस तरह से ट्वीट आया है उससे साफ है कि कांग्रेस पार्टी अलग-अलग गुटों में बटी हुई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि 5 साल में विपक्ष कहीं भी नजर नहीं आया।
वहीं अब हरीश रावत के सलाहकार सुरेंद्र अग्रवाल ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुरेंद्र अग्रवाल ने साफ तौर पर कहा कि उत्तराखंड में हरीश रावत की ख्याति का कोई सानी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव एक गुट को बढ़ाने और बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। ऐसे में यह साफ हो रहा है कि उत्तराखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।