बेलगावी: कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस के विरोध के बीच धर्मांतरण विरोधी विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया कि विपक्षी नेता सिद्दारामैया के कार्यकाल के दौरान तैयार किए गए धर्मांतरण विरोधी मसौदा विधेयक 2016 में सुधार किया गया है। इसके बाद सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्य एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए देखे गए।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस से पूछा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्दारामैया के कार्यकाल के दौरान कानून आयोग ने विधेयक बनाने संबंधी कार्रवाई क्यों की और इसे तब क्यों नहीं रोका गया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कानून मंत्री ने मसौदा विधेयक को मंजूरी दी थी और इसे मंत्रिमंडल के सामने पेश किया गया था, जिस पर सिद्दारामैया ने भी सहमति जताई थी।