देश में 422 पहुंची ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा केस – Polkhol

देश में 422 पहुंची ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा केस

कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन भयावह रूप लेता जा रहा है। देशभर में ओमिक्रोन के केस 400 पार हो गए हैं।  स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में ओमिक्रोन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 422 हो गई है। महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज़्यादा 108 और 79 मामले हैं। ओमिक्रोन के 422 मरीज़ों में से 130 मरीज़ रिकवर हो गए हैं। इसके मद्देनजर 25 दिसंबर यानी क्रिसमस से लेकर नए साल तक सरकारों ने कड़ी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान कर दिया है कि 10 जनवरी से देश में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की बूस्‍टर डोज भी दी जाएगी। साथ ही 60 साल से ऊपर की उम्र  वाले नागरिकों प्रिकाशन डोज का विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, 15 से 18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। अगले साल 3 जनवरी से इसकी शुरुआत हो जाएगी।

देशभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है। अब असम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। यहां रविवार रात से नाइट कर्फ्यू लागू होगा। असम सरकार ने रात 11.30 बजे से सुबह 6 बजे तक पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। हालांकि 31 दिसंबर को कर्फ्यू से छूट मिलेगी, ताकि लोग नए साल का जश्न मना सकें।

यूपी, एमपी, गुजरात और हरियाणा में नाइट कर्फ्यू, महाराष्ट्र में धारा 144 लागू

कोरोना संक्रमण पर केंद्र सरकार की चेतावनी ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है। नए ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए अब तक 12 राज्य क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले पाबंदियां घोषित कर चुके हैं। सख्ती बरतते हुए मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है। राजस्थान में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लागू है।

महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू नहीं लगाया है, लेकिन वहां भी धारा 144 लागू कर रात में एक जगह 5 से ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली, कर्नाटक, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में क्रिसमस व न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी गई है। तेलंगाना के एक गांव ने ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए खुद ही 10 दिन का लॉकडाउन लगा दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *